नई दिल्ली – राहुल गांधी को सूरत कोर्ट से मानहानि मामले में जमानत मिल गई है. राहुल गांधी को सेशन कोर्ट ने अपील पर फैसला आने तक जमानत प्रदान की है. राहुल गांधी ने कोर्ट में दो अलग-अलग याचिका दायर की हैं.
इनमें से एक उनकी दोषिसिद्धी (कनविक्शन) के खिलाफ है और दूसरी इस पूरे मामले को लेकर है. राहुल गांधी की दोषसिद्धि पर सुनवाई 13 अप्रैल को की जानी है. हालांकि कोर्ट ने राहुल से कहा है कि उन्हें अगली सुनवाई में कोर्ट मेंं उपस्थित होने की जरूरत नहीं है. हालांकि इस सुनवाई के दौरान राहुल गांधी की संसदीय सदस्यता रद्द होने के मामले में कोई अपडेट सामने नहीं आया है.
वहीं जमानत से राहुल के बंगला छोड़ने पर स्टे नहीं मिलेगा. इस संबंध में आज किसी तरह का फैसला नहीं हुआ है. इससे पहले उन्हें सूरत की ही निचली अदालत ने 2 साल की सजा सुनाई थी. निचली अदालत के इस फैसले के बाद राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द कर दी गई थी.
बाद में राहुल गांधी को सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस भी दिया गया था. एक के बाद एक बड़ी कार्रवाई के बाद राहुल गांधी ने सोमवार को कोर्ट में अर्जी लगाई है. इससे पहले शिकायतकर्ता को 10 अप्रैल तक कोर्ट में जवाब दाखिल करने को कहा गया है. ये मित्रकाल के विरुद्ध, लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है।
इस संघर्ष में, सत्य मेरा अस्त्र है, और सत्य ही मेरा आसरा!
राहुल गांधी के साथ सूरत में प्रियंका गांधी वाड्रा और कांग्रेस के कई दिग्गज नेता भी दिखाई दिए हैं. राहुल सभी नेताओं के साथ आज ही दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं. क्या था मामला दरअसल 2019 में चुनाव कैंपेन के दौरान राहुल गांधी ने कर्नाटक में एक प्रचार रैली में मोदी सरनेम पर एक बयान दिया था.
जिसके बाद गुजरात के एक विधायक पुरुणेश मोदी ने उनके खिलाफ कोर्ट में मानहानि का केस दायर किया था. इसी मामले में राहुल गांधी को मानहानि के मामले में निचली अदालत ने दोषी ठहराते हुए 2 साल की सजा सुनाई थी. कांग्रेस का हंगामा जारी बता दें कि संसदीय सदस्यता खत्म होने के बाद कांग्रेस का हंगामा भी चल रहा है. लोकसभा और राज्यसभा सांसद आज भी काले कपड़े पहनकर संसद पहुंचे थे.
विपक्ष का आरोप है कि राहुल पर जान बूझकर ऐसी कार्रवाई की जा रही है. 2024 में देशभर में चुनाव होने वाले हैं. अगर उनकी सदस्यता बहाल नहीं हुई तो वो 8 साल तक चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. ऐसे में तो सवाल ये भी उठने लगे थे कि आखिर कांग्रेस का 2024 में चेहरा कौन होगा.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी दिल्ली में रैली करके केंद्र सरकार पर हमला बोला था. राहुल गांधी के सूरत पहुंचने से पहले गुजरात कांग्रेस के नेता उनका इंतजार कर रहे थे. पहले से ही आदेश दिया गया था कि सीनियर लीडर्स वहां पर मौजूद रहेंगे. राहुल की अपील के दौरान तीन सीएम भी मौजूद थे.