बेंगलुरु – कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी अगर कहेंगी तो पार्टी के वरिष्ठ नेता एम मल्लिकार्जुन खड़गे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने से गुरेज नहीं करेंगे. वरिष्ठ नेता के एक करीबी सूत्र ने बुधवार को यह बात कही. पूर्व केंद्रीय मंत्री और नेहरू-गांधी परिवार के भरोसेमंद खड़गे का नाम 17 अक्टूबर को होने वाले एआईसीसी अध्यक्ष पद के चुनाव के लिये चर्चा में है. इस चुनाव के लिये नामांकन प्रक्रिया 30 सितंबर तक चलेगी.
राज्यसभा में नेता विपक्ष के एक करीबी सहयोगी ने कहा, ‘‘खड़गे ने सोनिया गांधी को बताया है कि पार्टी जो भी फैसला लेगी, वह उसका पालन करेंगे.’’ सूत्र ने कहा, ‘‘अंतत:, वह वही करेंगे जो पार्टी (सोनिया गांधी) उन्हें करने को कहेगी.’’ कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि खड़गे का राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार और माकपा महासचिव सीताराम येचुरी जैसे विपक्ष के नेताओं के साथ ‘‘अच्छा जुड़ाव और संबंध’’ है जो एक ‘‘अतिरिक्त लाभ’’ होगा और वह ‘‘हमेशा की तरह तेज-तर्रार भी हैं’’.
एक अन्य नेता ने कहा, ‘‘हिंदी भाषी क्षेत्रों में भी, उनकी हिंदी के लिये लोग उन्हें पसंद करते हैं.’’ खड़गे (80) के करीबी सूत्रों ने हालांकि यह भी कहा कि उनका मानना है कि केवल नेहरू-गांधी परिवार के पास ‘‘अज्ञात आकर्षण और करिश्मा’’ है तथा पूरे देश में किसी और का उस तरह का प्रभाव नहीं है.
सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में राहुल गांधी की वापसी की वकालत करने वाले खड़गे का मानना है कि लोकसभा चुनाव में सिर्फ दो साल बाकी हैं तथा देश का दौरा करना और पार्टी को आगे ले जाना एक ‘‘बहुत ही बड़ा काम’’ है. करीबी सहयोगी ने कहा, ‘‘उन्होंने (खड़गे ने) पार्टी द्वारा कही गई किसी भी बात से इनकार नहीं किया. पार्टी ने उनका ध्यान रखा, पार्टी जो भी फैसला करेगी, वह मानेंगे.’’