मुर्शिदाबाद – पुलिस ने बताया कि आरोपी गूगल पर कई नामी बैंकों और ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स के कस्टमर केयर बनकर खुद को पेश कर रहे थे और घटना को अंजाम देते थे.अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने 12,500 प्री-एक्टिवेटेड सिम कार्ड्स को बरामद किया है. इन कार्ड्स को मुर्शिदाबाद से जामताड़ा में एक साल से ज्यादा समय से आरोपियों को उपलब्ध कराया जा रहा था.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, डीसीपी (आउटर नॉर्थ) रवि कुमार सिंह ने बताया कि मामला तब सामने आया जब दुबई का एक शख्स अपनी बेटी से मिलने दिल्ली आया था और उन्होंने घटना के बाद शिकायत दर्ज कराया. शख्स ने अपनी बेटी के बैंक पासबुक को अपडेट कराने के लिए गूगल पर कस्टमर केयर का नंबर खोजा.
इसके बाद गूगल से मिले नंबर पर शख्स ने बात की जहां दूसरे छोर पर ठग था. ठग ने पीड़ित को ‘SBI ANYDESK’ नाम का एक ऐप डाउनलोड करने के लिए राजी कर लिया. पुलिस के मुताबिक ठग ने खुद को SBI कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव बताया और ऐप डाउनलोडिंग के लिए लिंक को वॉट्सऐप के जरिए भेजा था.
इसके बाद शख्स का लोकेशन आरोपियों के पास पहुंच चुका था और नेट बैंकिंग पेज भी ओपन हो गया था. इसके बाद ठग ने कॉल अपनी ही साथ को फॉर्वड कर दिया और कहा कि वो एक सीनियर एग्जीक्यूटिव हैं. इसके बाद ठगों ने मिलकर फोन का एक्सेस ले लिया और अकाउंट से 9,50,000 और 50,000 रुपये के दो ट्रांजैक्शन कर लिए. इसके बाद धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू की गई थी.
पुलिस ने बताया कि आरोपी कॉल फॉर्विंग मेथड का इस्तेमाल करते थे और अपनी लोकेशन छुपाने के लिए गूगल वेब पेज कस्टमर फोन नंबर को बदलते रहते थे. इसके बाद जब फोन नंबर्स और IMEI नंबर का विश्लेषण किया गया तब ये पकड़ में आया कि ये लोग बहुत ही संगठित और पेशेवर तरीके से पूरे भारत में साइबर फ्रॉड की घटना को अंजाम देते हैं.
इसके बाद पुलिस ने 11 अप्रैल को को जामताड़ा के नया टोला के नवाडीह गांव में छापेमारी की और आरोपी निजामुद्दीन अंसारी (23), अफरोज आलम (23), सरफराज अंसारी (22), अफरोज अंसारी (22) मोहम्मद आमिर (22), और नसीम मालित्य (31) को पकड़ा लिया. साथ ही छापेमारी के दौरान 25 से ज्यादा मोबाइल फोन जिनमें आपत्तिजनक डेटा और धोखाधड़ी वाले सिम कार्ड थे, जब्त किए गए.
पूरी घटना पर नजर डालें तो पुलिस के मुताबिक आरोपी पहले अपने नंबर्स को नामी बैंकों और शॉपिंग साइट्स के कस्टमर केयर के तौर पर पोस्ट करते हैं. फिर लोगों से कस्टमर केयर बनकर बात करते हैं और उनके फोन में SBI ANYDESK जैसे ऐप्स मदद करने के नाम पर डाउनलोड करा देते हैं. इसके बाद फोन का कंट्रोल अपने पास लेकर अकाउंट से पैसे उड़ा लेते हैं. ऐसी घटनाएं ये आरोपी कथित तौर पर देशभर में करते रहे हैं