जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लेते हुए भारतीय सेना ने बारामूला में 2 आतंकियों को मार गिराया। ये आतंकी घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। सेना का ऑपरेशन जारी है और आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए हैं।
श्रीनगर – जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को अभी 24 घंटे भी नहीं हुए है और भारत सरकार ने बदला लेना शुरू कर दिया है। जम्मू कश्मीर के बारामूला के बड़ी खबर आ रही है, भारतीय सेना ने दो आतंकियों को ढेर कर दिया है। यह आतंकी घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे, जिसे सेना ने नाकाम कर दिया। पहलगाम आतंकी हमले के बाद 2-3 आतंकियों ने बारामूला में घुसपैठ की कोशिश की थी। आतंकियों की इस कोशिश को भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया है। सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच भारी गोलीबारी हुई, जिसमें दो आतंकी मारे गए। आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और युद्ध से जुड़ी दूसरी चीजें बरामद की गई हैं। सेना का ऑपरेशन जारी है।
उरी नाला में घुसपैठ की कोशिश नाकाम
बारामूला जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए दो आतंकवादी मारे गए। सेना ने कहा कि उत्तरी कश्मीर जिले के उरी नाला में घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया गया। चिनार कोर ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “23 अप्रैल 2025 को, दो-तीन ‘यूआई’ आतंकवादियों ने बारामूला में उरी नाला के सरजीवन के माध्यम से घुसपैठ करने का प्रयास किया।”
सेना का ऑपरेशन जारी
सेना ने कहा कि नियंत्रण रेखा पर तैनात सतर्क सैनिकों ने घुसपैठियों को चेतावनी दी और उन्हें रोक दिया, जिसके परिणामस्वरूप गोलीबारी हुई। अधिकारियों ने कहा, “उरी सेक्टर में चल रहे घुसपैठ विरोधी अभियान में दो आतंकवादी मारे गए हैं।” ऑपरेशन जारी है और भारी गोलीबारी हो रही है। यह घुसपैठ का प्रयास मंगलवार को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में हुए घातक आतंकवादी हमले के 24 घंटे से भी कम समय बाद किया गया है। पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में कम से कम 26 लोग मारे गए हैं, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे।
सूत्रों के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में आतंकी पुलिस की वर्दी पहनकर आए थे और उन्होंने अचानक पर्यटकों पर फायरिंग शुरू कर दी। सूत्रों के अनुसार इस हमले में 28 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है। मारे गए लोगों में अधिकतर पर्यटक थे। इस हमले को 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी में सबसे घातक हमला बताया जा रहा है। मृतकों में दो विदेशी और दो स्थानीय लोग शामिल हैं।