नई दिल्ली – कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिल्ली दिल्ली की पटपड़गंज सीट से जनसभा को संबोधित करते आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल पर ‘शीशमहल’ वाला हमला बोला है। दरअसल अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री रहने के दौरान जिस सीएम आवास में रहते थे, बीजेपी उसे शीशमहल बोलती है। अब राहुल गांधी ने भी शीशमहल का नाम ले अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, अरविंद केजरीवाल आए थे छोटी सी गाड़ी में, अब वे शीशमहल में रहते हैं। उन्होंने कहा, अरविंद केजरीवाल जी ने कहा था कि साफ राजनीति लाऊंगा और सबसे बड़ा शराब घोटाला दिल्ली में हुआ और उनके घर की तस्वीर आपने देख ली।
राहुल गांधी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, केजरीवाल जी आए थे तो छोटी सी गाड़ी थी। केजरीवाल जी ने कहा था- नए तरह की राजनीति करूंगा, बिजली के पोल पर चढ़ गए थे, लेकिन जब गरीबों को जरूरत पड़ी तो कहीं नहीं दिखे। जब दिल्ली में हिंसा हुई तो कहीं नहीं दिखे। कहा था साफ राजनीति करूंगा और सबसे बड़ा शराब घोटाला कर दिया। उन्होंने कहा, आपने केजरीवाल जी के घर की तस्वीर भी देख ली। नरेंद्र मोदी जी ने मुझे घर से बाहर निकाल दिया, फेंक दिया। मैंने उन्हें चाबी दी और कहा नहीं चाहिए। और केजरीवाल जी महल में रहते हैं, ‘शीशमहल’ में रहते हैं। उन्होंने कहा, यह सच्चाई है।
मनीष सिसोदिया पर भी हमला
राहुल गांधी ने कहा, पटपड़गंज विधानसभा से पहले मनीष सिसोदिया जी कैंडिडेट थे, जो शराब घोटाले के आर्किटेक्ट थे। वो पटपड़गंज से डरकर भाग गए, अच्छी बात है। आप लोग अनिल चौधरी जी का पूरा समर्थन कीजिए, उन्हें भारी बहुमत से जिताइए। उन्होंने आगे कहा, देश में विचारधारा की लड़ाई है। एक तरफ BJP-RSS के लोग हैं, जो देश में नफरत और हिंसा फैलाते है। दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी और हमारी विचारधारा है। हम लोग ‘नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान’ खोलते हैं। हमें नफरत, डर और हिंसा वाला हिंदुस्तान नहीं चाहिए। हमें मोहब्बत की दुकान चाहिए।
राहुल गांधी ने कहा, आज लड़ाई बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान की रक्षा की है, क्योंकि BJP ने कहा था कि 400 पार हुआ तो संविधान बदल देंगे। फिर मोहन भागवत ने कहा कि हमें 15 अगस्त 1947 को आजादी नहीं मिली। उनकी ये बात हमारे संविधान का अपमान है। राम मंदिर के कार्यक्रम में देश के अंबानी-अडानी जैसे अरबपति दिखे, लेकिन राम मंदिर के कार्यक्रम में हमारी आदिवासी राष्ट्रपति को नहीं जाने दिया गया। नई संसद के उद्घाटन में भी राष्ट्रपति को नहीं जाने दिया गया। उन्होंने कहा, नरेंद्र मोदी अरबपतियों का हिंदुस्तान चाहते हैं, जबकि संविधान कहता है कि हर नागरिक समान हैं। संविधान में कहीं नहीं लिखा है कि किसी एक अरबपति के हाथ में देश की सारी संपत्ति होनी चाहिए। इनका लक्ष्य केवल डर फैलाने का है।