झालावाड़ – राजस्थान के झालावाड़ में दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। गंगधार क्षेत्र के जैताखेड़ी गांव में एक दंपत्ति ने अपने दो बच्चों को पहले मार डाला इसके बाद फांसी लगाकर जान दे दी। एक ही परिवार में चार लोगों की मौत से गांव में मातम पसर गया है। परिवार ने सुसाइड क्यों किया इसका खुलासा नहीं लग पाया है। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया।
पारिवारिक विवाद बना वजह
जानकारी के अनुसार, फांसी के फंदे पर तीन शव मिले और सात साल के बच्चे का शव बिस्तर पर पड़ा मिला। बताया जा रहा है कि सबसे पहले अपने 2 वर्षीय बालक का गला घोटा उसके बाद दंपति नागु सिंह एवं उसकी पत्नी संतोष और एक 7 वर्षीय बालक युवराज ने फांसी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। घटना की वजह प्रथम दृष्टया पैतृक जमीन को लेकर चला आ रहा पारिवारिक गृहक्लेश माना जा रहा है। ग्रामीणों और पुलिस का कहना कि पति नाथू सिंह जमीन को बेचना चाह रहा था लेकिन उसके ससुराल वाले मना कर रहे थे। इसको लेकर गृहक्लेश चल रहा था। पुलिस को एक सोसाइड नोट भी मिला है।
जमीन को लेकर चल रहा था विवाद
पुलिस अधीक्षक रिचा तोमर ने बताया कि गंगधार थाना क्षेत्र के जेताखेड़ी गांव निवासी नाथू सिंह पुत्र शिव सिंह उसकी पत्नी संतोष और एक 7 वर्षीय बालक युवराज एवं 2 वर्षीय बालक, एक साथ रहते थे। इनकी पेतृक जमीन को लेकर परिवार में ही विवाद चल रहा था। इसी गृहक्लेश के चलते नाथू सिंह उसकी पत्नी संतोष एवं 7 वर्षीय बालक युवराज ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मरने पहले इन्होंने दो वर्षीय बालक का भी गला घोंट कर मौत के घाट उतार दिया।
पड़ोस की महिला ने दी ग्रामीणों को सूचना
पुलिस ने बताया कि मंगलवार सुबह पड़ोसन उधर से जा रही थी तभी उसने देखा कि कमरे का दरवाजा नहीं खुला है। इस पर उसने दरवाजे को बजाया लेकिन कोई आवाज नही आई। जब उसने अंदर झांककर देखा तो उसकी आंखें फटी की फटी रह गई। कमरे के अंदर तीन लोग फांसी के फंदे से लटकी हुए थे। इस पर ग्रामीणों को सूचना दी।