निष्कासित किए जाने के बाद आचार्य प्रमोद कृष्णम ने उधेड़ी कांग्रेस की बखिया
नई दिल्ली – लोकसभा चुनाव से ठीक एक-दो महीने पहले कांग्रेस ने अनुशासनहीनता का आरोप लगाकर पार्टी के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है. इसको लेकर उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस की बखिया उधेड़ कर रख दी है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मुझे कल रात कई न्यूज चैनलों के माध्यम से ये जानकारी मिली की कांग्रेस पार्टी ने एक चिट्ठी जारी की है, जिसमें उन्होंने कहा है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण आचार्य प्रमोद कृष्णम को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया जाता है.” इसके बाद पूर्व कांग्रेस नेता ने कहा कि,” सबसे पहले मैं कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व का आभार व्यक्त करता हूं कि उन्होंने मुझे कांग्रेस से मुक्ति देने का फरमान जारी किया. केसी वेणुगोपाल या मल्लिकार्जुन खरगे ये बताएं कि ऐसी कौन सी गतिविधिया हैं जो पार्टी के विरोध में थीं. क्या भगवान राम का नाम लेना पार्टी विरोधी है?.”
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, सवाल इस बात का है कि वो कांग्रेस जो महात्मा गांधी की कांग्रेस थी. आज उस कांग्रेस को किस रास्ते पर लाकर खड़ा किया गया है?
मीडिया से आगे बात करते हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, “सवाल इस बात का है कि वो कांग्रेस जो महात्मा गांधी की कांग्रेस थी. आज उस कांग्रेस को किस रास्ते पर लाकर खड़ा किया गया है. क्या कांग्रेस में सिर्फ वो रह सकते हैं जो सनातन को मिटाने की बात करें? मैं ये साफ कर देना चाहता हूं कि ‘राम और राष्ट्र’ पर समझौता नहीं किया जा सकता है. निष्कासन बहुत छोटी चीज है. इसी के साथ ही उन्होंने पुरानी बातों को ताजा करते हुए आगे कहा कि, 16-17 साल की उम्र में मैंने जो वचन राजीव गांधी को दिया था वो आज तक निभाया है और आज इस उम्र में एक संकल्प ले रहा हूं कि मैं आजीवन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ खड़ा रहूंगा.”
सचिन पायलट पी रहे हैं जहर
अपनी बात को जारी रखते हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम ने आगे कहा, “सचिन पायलट का बहुत अपमान हुआ है लेकिन वे भगवान शिव की तरह जहर पिये जा रहे हैं. उसी तरह प्रियंका गांधी की भी बहुत तौहीन हो रही है.” इसी के साथ ही प्रमोद कृष्णम ने प्रियंका गांधी का भी अपमान किए जाने की बात कही और आगे कहा कि,” देश की आज़ादी के बाद किसी भी पदाधिकारी के सामने ऐसा नहीं लिखा गया, जो प्रियंका गांधी के सामने लिखा गया… उनके आगे लिखा गया प्रियंका गांधी, ‘बिना किसी पोर्टफोलियो के महासचिव’ सवाल इस बात का है कि ये जो अपमान किया जा रहा है ये किसके इशारे पर हो रहा है?”
क्या कल्कि धान बनाना पार्टी विरोधी
आचार्य प्रमोद ने मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस पर कई सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि, क्या अयोध्या जाना पार्टी विरोधी कार्य है, क्या भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा पार्टी विरोधी है, क्या प्रधानमंत्री मोदी से मिलना पार्टी विरोधी है और क्या कल्कि धाम का बनना पार्टी विरोधी है? मेरी मांग है कि इन सवालों के जवाब मुझे दिए जाएं. आगे उन्होंन कहा कि, मैं कांग्रेस के कई फैसलों से सहमत नहीं था, जिसमें 370 हटाने का विरोध करना, 3 तलाक का विरोध शामिल है. इसके अलावा नए संसद के उद्घाटन के समय भी मैंने कहा था कि संसद का उद्घाटन भारत का प्रधानमंत्री नहीं करेगा तो कौन करेगा? कई बार पार्टी ने मुझे अपमानित किया है, लेकिन मैं राजीव गांधी से किया वादा निभाता रहा हूं.
बिना नाम लिए साधा राहुल गांधी पर निशाना
आचार्य प्रमोद ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा कि, “एक आदमी अपने परिवार के साथ-साथ सुख-दुःख में खड़े आदमी का सम्मान करना नहीं जनता. जो अपनी मां-बहन का सम्मान नहीं कर सकता वो देश का सम्मान कैसे करेगा. जो व्यक्ति पार्टी के बड़े-बड़े नेताओं की इज्जत नहीं करता तो मुझे अपमानित करना कौन बड़ी बात है.” इसी के साथ ही उन्होंने कहा कि, सनातन पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता. मै आज मुक्त हुआ हूं. कल्कि धाम का उद्घाटन 19 फरवरी को हो रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी आ रहे हैं. लोकतंत्र में एक मजबूत विपक्ष होना बहुत जरूरी है, लेकिन विपक्ष का मतलब ये नहीं की तुम सही को भी गलत ठहराने लगो. विपक्ष मोदी से नफरत करते-करते भारत से करने लगा है.