राम मंदिर के नाम पर देश में बड़ा साइबर स्कैम एक्टिव, अलर्ट जारी, जानें इसके बारें सबकुछ
अगर आपके पास अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेने का कोई निमंत्रण देने के उद्देश्य से कोई लिंक आपके मोबाइल पर आ रहा है तो उस पर क्लिक न करें। ऐसा हो सकता है कि क्लिक करते हुए आपका बैंक खाता खाली हो जाए। दरअसल हाल ही में फरीदाबाद पुलिस ने छह दिन में 11 जालसाजों को गिरफ्तार कर ठगी के सात मामलों काे सुलझाया है।
आरोपित पांच से 11 जनवरी के बीच जगह-जगह से काबू किए गए हैं। इनसे करीब 32 हजार रुपये बरामद किए गए हैं। फरीदाबाद पुलिस ने आमजन से अपील की गई है कि वह सोशल मीडिया पर आने वाले किसी प्रकार के लिंक आदि पर क्लिक न करें। पुलिस आयुक्त कार्यालय की ओर से जारी एडवाइजरी में बताया गया है कि श्रीराम मंदिर के 22 जनवरी को शुभोत्सव को देखते हुए बड़ी संख्या में साइबर ठग भी सक्रिय हो गए हैं।
कैसे निशाना बनाया जाता है?
साइबर ठग लोगों को वाट्सएप, इंस्टाग्राम, टेलीग्राम, फेसबुक अकाउंट पर लिंक भेज रहे हैं। उसमें कहा जा रहा है कि मंदिर उद्धाटन के लिए वीआइपी पास प्राप्त करें। भेजा जा रहा एपीके फायल एक मैलवेयर है, जिसपर क्लिक करते ही लोगों के मोबाइल फोन, लैपटाप व अन्य इलेक्ट्रानिक्स डिवाइस को जालसाज रिमोट पर लेकर ठगी कर सकते हैं।
डेटा चुराने के साथ उगाही आदि कर सकते हैं। पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य ने लोगाें से इस तरह के मैसेज पर ध्यान नहीं देने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि भेजे जा रहे एपीके फायल पर क्लिक नहीं करें और उसे तुरंत डिलीट कर दें।
VIP एंट्री, प्रसाद के नाम पर भी ठगी एक्टिव
अलग-अलग राज्यों का पुलिस विभाग फेसबुक के माध्यम से इन साइबर ठगी के बारें में खुलासा कर रही हैं। पुलिस ने फेसबुक पोस्ट में बताया है कि साइबर ठग राम मंदिर के दर्शन के लिए वीआईपी पास का झांसा देकर लोगों को फोन पर ‘राम जन्मभूमि गृहसंपर्क अभियान APK’ नामक फाइल के साथ संदेश भेज रहे हैं। इस फाइल को डाउनलोड करना जोखिम भरा है क्योंकि इसमें हानिकारक मालवेयर हो सकता हैं।
इस तरह की फाइल आपके फोन के लिए हानिकारक हो सकती हैं. एक बार जब आप इस फाइल को डाउनलोड कर लेते हैं, तो यह आपके डेटा और महत्वपूर्ण जानकारी को भी चुरा सकता है। साथ ही, भविष्य में आपकी डिवाइस को भी हैक कर सकता है। ठग इस तरह का झांसा देकर आपका बैंक अकाउंट भी खाली कर सकते हैं।