इस बीच प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कहा कि सऊदी अरब चाहता है भारत के साथ उनके रिश्ते और मजबूत हो. राष्टपति कोविंद और पीएम मोदी के नेतृत्व में हमें उम्मीद है कि दोनों देशों का काफी फायदा होगा.
नई दिल्ली – जी-20 शिखर सम्मेलन के बाद सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन-सलमान का आधिकारिक भारत दौरा आज शुरू हुआ। वे सोमवार सुबह ही राष्ट्रपति भवन पहुंचे, जहां उनका औपचारिक स्वागत किया गया। पीएम मोदी ने इस दौरान क्राउन प्रिंस को गले लगाकर उनका अभिवादन किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी इस दौरान मोहम्मद बिन-सलमान के स्वागत के लिए मौजूद रहीं।
गौरतलब है कि शिखर सम्मेलन में शिरकत करने आए विभिन्न देशों के शासनाध्यक्ष रविवार को स्वदेश वापस लौट गए। हालांकि सम्मेलन में शिरकत करने आए क्राउन प्रिंस का राजकीय दौरा इस द्विपक्षीय वार्ता के लिए सोमवार तक जारी रहेगा। बतौर मेजबान भारत ने सऊदी अरब को विशेष मेहमान के रूप में आमंत्रित किया था।
सामरिक सौदा, कूटनीतिक बढ़त और निवेश पर है भारत की नजर
सऊदी अरब हथियारों और सुरक्षा के लिए अमेरिका पर निर्भर है। हाल ही में उसकी दिलचस्पी चीन के प्रति बढ़ी थी। सऊदी इस मामले में चीन और अमेरिका से अपनी निर्भरता कम करना चाहता है। भारत की योजना इस स्थिति का लाभ उठाने की है। इसके अलावा भारत की निगाहें निवेश पर भी हैं। हाल के समय में दोनों देशों के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास हुए हैं। दोनों देशों के सेना प्रमुखों ने एक दूसरे देश का दौरा किया है। चूंकि सऊदी में भारत के करीब 15 लाख लोग रह रहे हैं, ऐसे में दोनों देशों के बीच विशेष संबंध बना है।