बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से रिश्ता हमेशा चर्चा में रहता है। इसी तरह एक-दूसरे पर बयान भी और मुलाकातें भी। इस बार बात भाजपा से अलग होने के बाद सीएम नीतीश और पीएम मोदी की पहली मुलाकात होने जा रही है।
पटना – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ देशभर के भाजपा-विरोधी दलों को एकजुट कर पटना में विपक्षी एकता की पहली बैठक कराने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पीएम से मुलाकात होने वाली है। प्रधानमंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री की यह मुलाकात शनिवार को दिल्ली में होगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी दिल्ली में जी20 के राष्ट्राध्यक्षों के लिए आयोजित रात्रि भोज में शामिल होने के लिए जा रहे हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के निमंत्रण पर जा रहे दिल्ली
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री मोदी के बुलावे पर नहीं जा रहे हैं। वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के निमंत्रण पर दिल्ली के रात्रि भोज में शामिल होने के लिए जाएंगे। इस रात्रि भोज में जी20 देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ मेजबान भारत के प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी राष्ट्रपति ने निमंत्रित किया है।
नीतीश ने देशभर के भाजपा-विरोधी दलों को जुटा लिया
राजद के साथ जनमत लेने के बाद बीच में भाजपा के साथ जब नीतीश आए थे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से रिश्ते ठीक हो गए थे, लेकिन जब भाजपा के साथ चुनाव जीतने के बावजूद राजद के साथ महागठबंधन सरकार के मुखिया बने तो यह फिर से बिगड़ गए। इतने बिगड़े कि नीतीश ने देशभर के भाजपा-विरोधी दलों को पहली बार जुटा लिया। यह जुटान ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कुर्सी से हटाने के उद्देश्य से हुआ था। अब इस विपक्षी एकता की तीसरी बैठक हो चुकी है।
इस बैठक के बाद देश में फिलहाल इंडिया बनाम भारत की लड़ाई भी छिड़ी हुई है, क्योंकि जी20 के ही आमंत्रण में ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ का इस्तेमाल होने किए जाने को लेकर विपक्षी दलों ने मोदी सरकार को ‘इंडिया-विरोधी’ करार दिया है। इंडिया देश का ही अंग्रेजी में नाम है, लेकिन यह विवाद इसलिए बढ़ गया है क्योंकि विपक्षी दलों ने अपने नए गठबंधन का नाम बनाने में शॉर्ट फॉर्म के जरिए I.N.D.I.A. का इस्तेमाल किया है।