अमरनाथ यात्रियों के तीन फर्जी पंजीकरण के मामले सामने आए हैं। कठुआ में अब तक 64 लोगों के पंजीकरण फेक पाए गए हैं। सभी तीर्थ यात्री दिल्ली के रहने वाले हैं।
कठुआ – सांबा के बाद जिला कठुआ में श्री अमरनाथ यात्रियों के फर्जी पंजीकरण के मामले सामने आए हैं। कठुआ में अब तक 64 लोगों के पंजीकरण फेक पाए गए हैं। सभी तीर्थ यात्री दिल्ली के रहने वाले हैं। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। वहीं, सुरक्षा एजेंसियां भी सकते में आ गई हैं। उन्होंने भी अपने स्तर पर मामले की जांच शुरू कर दी है।
जिला कठुआ में प्रदेश के प्रवेशद्वार लखनपुर में गुरुवार-शुक्रवार की रात एक बजे 19 यात्रियों का जत्था पुहंचा। पुलिस ने जब उनके पंजीकरण की जांच की तो वो सभी फर्जी पाए गए। इसके बाद सुबह करीब दस बजे एक 45 यात्रियों का जत्था लखनपुर पहुंचा। इनके पंजीकरण भी फर्जी पाए गए। कठुआ में अब तक 64 श्रद्धालुओं के पंजीकरण फेक पाए गए हैं। इससे पहले सांबा में गुरुवार को 69 यात्रियों का फर्जी पंजीकरण फेक निकला। दोनों जिलों में अब तक कुल 133 लोगों के पंजीकरण नकली पाए गए हैं।
उधर, पुलिस को यात्रियों ने बताया कि वे सभी दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्र के रहने वाले हैं और उन्होंने एजेंट के माध्यम से पंजीकरण कराया था। फिलहाल इस सभी यात्रियों को लखनपुर में ठहराया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। फेक पंजीकरण करने वाले एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई की भी तैयारी की जा रही है।
सांबा के चीची माता मंदिर में गुरुवार दोपहर को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से दो यात्री बसों में 73 लोग पहुंचे। जांच करने पर 69 यात्रियों का पंजीकरण फर्जी निकला, जिनसे 4.83 लाख रुपये लिए गए थे।
जिला सूचना विभाग अधिकारी के नेतृत्व में ई-केवाईसी टीम ने सत्यापन करने पर पाया कि अधिकांश तीर्थ यात्रियों के यात्रा परमिट से छेड़छाड़ की गई है। तीर्थ यात्रियों और चालकों से पूछताछ करने पर पता चला कि मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) से संचालित होने वाली विकास बस एजेंसी के एजेंट राहुल भारद्वाज ने पंजीकरण के लिए प्रति व्यक्ति 7000 रुपए वसूले थे।
इसमें सिर्फ पंजीकरण शुल्क शामिल था। इस तरह से 4.83 लाख रुपये लेकर फर्जी पंजीकरण करवाने के मामले का पटाक्षेप हुआ। पुलिस थाना सांबा में आईपीसी की धारा 420/468 के तहत फर्जी पंजीकरण करने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
पंजीकरण में गड़बड़ी की जानकारी मिलने के बाद उपायुक्त अभिषेक शर्मा और एसएसपी बेनाम तोश ने खुद मंदिर परिसर में पहुंचकर यात्रियों से इसकी जानकारी ली। उपायुक्त ने जिला मजिस्ट्रेट मुजफ्फरनगर को भी इस बारे में सूचित किया है।
उनसे अनुरोध किया कि तीर्थ यात्रियों को धोखा देने के लिए जिम्मेदार राहुल भारद्वाज और अन्य लोगों के खिलाफ उत्तर प्रदेश में भी कानूनी कार्रवाई की जाए।