हरिद्वार – योगगुरु स्वामी रामदेव ने एक बार फिर ऐलोपैथी चिकित्सा पद्धति पर निशाना साधते हुए कहा कि कैंसर, उच्च रक्तचाप और मधुमेह जैसी बीमारियों का एलोपैथी में कोई इलाज नहीं है जबकि आयुर्वेद के माध्यम से उन्हें जड़ से खत्म किया जा सकता है. रामदेव ने उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय एवं दीनदयाल कामधेनु गौशाला समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित अंतरराष्ट्रीय आयुर्वेद कॉन्क्लेव-2023 के समापन सत्र को रविवार को संबोधित करते हुए यह बात कही.
कार्यक्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति सुनील जोशी सहित अनेक हस्तियां मौजूद थीं. स्वामी रामदेव ने गाय के दूध के महत्व एवं चिकित्सकीय गुणों का विस्तार से वर्णन करते हुए कहा कि सारी दुनिया में सबसे ज्यादा गाय का दूध पिया जाता है जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढाने के साथ ही अनेक बीमारियों का प्राकृतिक इलाज भी करता है .
उन्होंने कहा कि उनके संस्थान में गोमूत्र अर्क एवं आयुर्वेद की औषधियों के योग द्वारा कैंसर जैसी बीमारियों तक को ठीक किया है.
कार्यक्रम में मौजूद आयुर्वेद के विद्यार्थियों को केवल चिकित्सा के नहीं बल्कि आचार्य चरक और आचार्य सुश्रुत जैसे महान ऋषियों की परंपरा का संवाहक बताते हुए रामदेव ने कहा कि मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कैंसर जैसी भयावह बीमारियों का इलाज एलोपैथ में नहीं है जबकि आयुर्वेद में इन सभी रोगों का सफल इलाज है.
उन्होंने कहा कि यह एक गर्व की बात है जिसके लिए आयुर्वेद के छात्र गर्व का अनुभव कर सकते हैं. इससे पहले भी रामदेव एलोपैथी चिकित्सा पद्धति पर बयान देकर विवादों को जन्म देते रहे हैं.