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नक्सलियों को था पुलिस का मुखबिर होने का शक, घर वालों के सामने ही रेत दिया गला

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बीजापुर में नक्सलियों ने बुधवार देर रात दो लोगों की हत्या कर दी। नक्सलियों को दोनों पर पुलिस का मुखबिर होने का शक था। दोनों को सोते से जगाकर घरवालों के सामने ही नक्सलियों ने गला रेत दिया।

बीजापुर – छत्तीसगढ़ के बीजापुर में बुधवार देर रात नक्सलियों ने पूर्व उपसरपंच और वार्ड पंच की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी। नक्सलियों ने परिजनाें के सामने ही दोनों का गला रेत दिया क्योंकि उन्हें शक था कि वे पुलिस के मुखबिर हैं। घटना जांगला थाना क्षेत्र की है। पुलिस को अलग-अलग जगहों पर दोनों के शव मिले हैं। एसपी कमल लोचन कश्यप ने घटना की पुष्टि की है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है।
जांगला थाना क्षेत्र के दो अलग-अलग गांवों में नक्सलियों ने वारदात को अंजाम दिया। मृतकों में शामिल धनीराम कोरसा बरदेला गांव का निवासी था और पूर्व उपसरपंच था। दूसरा मृतक गोपाल कुडियम गोंगला गांव का रहने वाला था और वार्ड पंच रह चुका था।
बीजापुर के एसपी लोचन कश्यप ने स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के हवाले से बताया कि बुधवार देर रात नक्सली गांव में घुस आए। उस समय सभी लोग सो रहे थे। नक्सलियों ने दोनों गांवों में सोते हुए धनीराम और गोपाल को उठाया और उनके साथ जमकर मारपीट की। नक्सलियों ने दोनों ग्रामीणों पर पुलिस का मुखबिर होने का आरोप लगाया। फिर धारदार हथियार से परिजनों के सामने ही गला रेत दिया।

परिजनाें का शोर सुनकर अन्य ग्रामीणों की नींद खुली और वारदात का पता चला। घटनाओं की जानकारी मिलने पर गुरुवार सुबह पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंची और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। पुलिस के अनुसार बीजापुर क्षेत्र में नक्सल हिंसा को रोकने के लिए पुलिस ने एक खोज अभियान शुरू किया है जिसका नाम है अपराधियों को गिरफ्तार करो। इसके बाद से बीजापुर में माओवादी हमलों में वृद्धि हुई है। नवीनतम घटनाओं के साथ, तीन सहित 12 लोग पुलिसकर्मी और एक वन अधिकारी अब तक मारे गए हैं।