आज देश के पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता अरुण जेटली का निधन हो गया है, उन्होंने दिल्ली के एम्स में दोपहर 12.07 बजे अंतिम सांस ली है, वह 66 वर्ष के थे, बता दें कि जेटली 9 अगस्त से ही एम्स में भर्ती थे, उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने के कारण एम्स में भर्ती कराया गया था, जहां आज उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।
निजी जीवन
जेटली ने 24 मई 1982 को संगीता जेटली से विवाह किया था..
उनके निजी जीवन की बात करे तो आपको बता दें कि जेटली ने 24 मई 1982 को संगीता जेटली से विवाह किया जिससे उनके दो बच्चे, पुत्र रोहन और पुत्री सोनाली हैं, मालूम हो कि संगीता जेटली के पिता गिरधारी लाल डोगरा जम्मू-कश्मीर के राजनीति के दिग्गज नेताओं में थे, वे 80 के दशक में जम्मू-कश्मीर सरकार में वित्तमंत्री भी रहे थे, इसी वजह से जेटली को कश्मीर का दामाद भी कहा जाता था।
भाजपा
जेटली की पत्नी ने काटा था एक नंबर
अरुण जेटली की बेटी और बेटा दोनों अपने पिता की तरह वकील हैं, ये तीसरी पीढ़ी है जिसने वकालत में अपना करियर बनाया है। साल 2018 में उनकी और उनकी पत्नी का एक बेहद ही रोचक किस्सा सबके सामने आया था, दरअसल वित्त मंत्री अरुण जेटली की पत्नी संगीता जेटली ने बजट की तारीफ करते हुए जेटली को दस में से नौ नंबर दिए थे और कहा था कि वह उन्हें एक नंबर ‘मानवीय चूक’ के कारण नहीं दे रही हैं।
2015 में भी बजट पेश के दौरान जेटली ने संसद में एक शायरी सुनाई जिसने लोगों का ध्यान खींचा था. वो शायरी कुछ इस तरहा है- कुछ तो फूल खिलाये हमने और कुछ फूल खिलाने हैं मुश्किल ये है बाग में अब तक कांटें कई पुराने हैं.
जेटली को शेरो-शायरी का बहुत शौक था
बहुत ही कम लोग जानते हैं कि बेहद ही गंभीर स्वाभाव के जेटली को शेरो-शायरी का बहुत शौक था, उनका ये अंदाज तब देखने को मिला जब वो बजट पेश करते थे तो उन्होंने कई बार शायरियों के जरिए विपक्ष को अपने निशाने पर लिया था।
2015 में भी बजट पेश के दौरान जेटली ने संसद में ये शायरी सुनाई थी
कुछ तो फूल खिलाये हमने
और कुछ फूल खिलाने हैं
मुश्किल ये है बाग में अब तक कांटें कई पुराने हैं
कश्ती चलाने वालों ने जब हार कर दी पतवार हमें
साल 2016 के बजट में ये शायरी सुनाई थी
कश्ती चलाने वालों ने जब हार कर दी पतवार हमें
लहर लहर तूफान मिलें और मौज-मौज मझधार हमें
फिर भी दिखाया है हमने और फिर ये दिखा देंगे सबको
इन हालातों में आता है दरिया करना पार हमें…