Home मनोरंजन जानिए आखिर क्‍यों जिंदगी भर दुनिया से अपना बायां हाथ छिपाती रहीं...

जानिए आखिर क्‍यों जिंदगी भर दुनिया से अपना बायां हाथ छिपाती रहीं मीना कुमारी

73
0

भारत की सबसे बेमिसाल अदाकारा मीना कुमारी की कहानी आज भी तैरेंगी. आज के ही एक अगस्त 1933 को मीना कुमारी का जन्म हुआ था. जब उनकी महज 19 साल की थी तभी लेखक-डायरेक्टर कमाल अमरोही से उनकी शादी हो गई. लेकिन उनके पति ने उन पर इतनी निगरानी की, मौके-बे-मौके उनसे मारपीट और गाली-गलौज भी किया. उनकी जिंदगी में धर्मेंद्र, अशोक कुमार, गुलजार जैसी हस्तियों का नाम जुड़ता रहा. महज 39 साल की आयु में 31 मार्च 1972 को दुनिया से चल बसीं. मीना कुमारी के बारे में लिखी-पढ़ी जानी वाली कहानियों में इस बात का जिक्र कम ही मिलता है कि उन्होंने जिंदगी भर लोगों से अपना बायां हाथ क्यों छिपाए रखा.

मीना कुमारी की मुड़ी उंगली की कहानी
मीना कुमारी के बायें हाथ की सबसे छोटी उंगली मुड़ी हुई थी. इसके पीछे की कहानी एक इंटरव्यू में कमाल अमरोही के बेटे ताजदार अमरोही बताते हैं. वे बताते हैं कि 21 मई 1951 को मीना कुमारी महाबलेश्वर से बॉम्बे (अब मुंबई) लौट रही थीं तभी उनकी कार का एक्सीडेंट हो गया. यह एक्सीडेंट जोरदार था. कई दिनों तक वे अस्पताल में रहीं. और उनका बायां हाथ जख्मी हो गया. तो छोटी उंगली टूटकर टेढी हो गई. उसका शेप बदलकर गोल हो गया.

असल में मीना कुमारी का असली नाम ‘महजबीं बानो’ था. पाकीजा, साहब बीवी और गुलाम जैसी फिल्मों और इनके गानों के जरिये आज भी दर्शक उन्हें याद करते रहते हैं. मीना कुमारी ने कमाल अमरोही से शादी की थी. जिनसे उनकी मुलाकात 1952 में फिल्म ‘तमाशा’ के सेट पर हुई थी. इस वक्त कमाल अमरोही अपनी फिल्म ‘अनारकली’ के लिए एक्ट्रेस की तलाश कर रहे थे. लेकिन कमाल अमरोही और मीना कुमारी का यह बहुचर्चित किस्सा बहुत सारे उतार-चढ़ावों से भरा रहा. दोनों की शादी हुई और अलगाव भी. 
उत्तर प्रदेश के अमरोहा से आने वाले कमाल अमरोही ने फिल्मों की कहानी लिखी, गाने लिखे और फिल्में डायरेक्ट भी कीं. कमाल अमरोही के हुनर का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कमाल ने फिल्म ‘मुगल-ए-आज़म’ के डायलॉग लिखे. ‘आएगा आने वाला’ जैसे गाने लिखे और ‘रजिया सुल्तान’ जैसी फिल्म खुद डायरेक्ट की. कमाल अमरोही के चलते ही फिल्म की कहानी लिखने वाले को भी फिल्मों में क्रेडिट मिलने लगा था, जैसे गीतकारों के लिए यह क्रेडिट वाला काम साहिर ने किया था.

राजदार बताते हैं कि इसलिये मीना कुमारी हमेशा हमारा हाथ कैमरे से छिपाये रखती थीं. उन्होंने आगे करियर में जितनी भी फिल्में कीं. उन्होंने अपनी उंगली को छिपाये रखा. वे अपना बायां हाथ शूट के दौरान अक्सर दुपट्टे या साड़ी से छिपाती थीं ताकि कैमरे पर उनकी मुड़ी हुई उंगली न दिखे.