रायपुर। मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ की राज्यपाल आंनदीबेन पटेल शनिवार को बिलासपुर में आयोजित द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया, बिलासपुर ब्रांच चार्टर्ड अकाउंटेंट के राष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल हुई। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था में चार्टड अकाउंटेंट प्रोफेशनल का बहुत ही अहम योगदान रहता है। यदि सीए के क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा महिलाओं की सहभागिता होनी चाहिए। घर की छोटी से छोटी बातों का ध्यान महिलाएं बहुत बेहतर ढंग से रखती है। देश की वित्त मंत्री भी महिला है। उम्मीद है सीए के क्षेत्र में महिलाएं अपना नाम करेंगी। काफी हर्ष का विषय है कि न्यायधानी बिलासपुर में इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया (आईसीएआई) के द्वारा राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। जैसा की मुझे बताया गया है कि आईसीएआई के द्वारा अपने चार्टर्ड अकाउंटेंट सदस्यों के लिये कंटीनुअस प्रोफेशनल एजुकेशन (सीपीई) के नियम निर्धारित किये गये हैं। जिसके तहत सदस्यों को इस तरह के सेमीनार, कान्फ्रेंस एवं वर्कशॉप्स अटेंड करने होते है। जिससे वे स्वयं को विभिन्न कानूनों में समय-समय पर हो रहे परिवर्तनों के प्रति अपडेट रख सके एवं साथ ही राज्य एवं केन्द्र सरकार द्वारा लागू किये जाने वाले नए कानूनों के प्रति जागरूक रह सके। यह काफी प्रशंसनीय कदम है। कोई बड़ी या छोटी व्यापारिक संस्थान, यहां तक आजकल शासकीय संस्थानों में भी चार्टर्ड अकाउंटेंट की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। सीए बेहद चुनौतीपूर्ण एवं संभावनाओं से भरा प्रोफेशन है। विभिन्न प्रकार के वित्तीय गतिविधियों में चार्टर्ड अकाउंटेंट की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। संस्था को महत्वपूर्ण आर्थिक विषयों पर सलाह प्रदान करते हैं। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में इन्हें यदि आर्थिक मार्गदर्शक की उपमा भी दी जाए तो वह अतिश्योक्ति नहीं होगी।
किसी भी देश में अर्थव्यवस्था का ही सबसे महत्वपूर्ण स्थान होता है। देश को आय की प्राप्ति विभिन्न स्त्रोतों से मिलने वाले राजस्व जैसे आयकर, विक्रय कर या अन्य करों के माध्यम से प्राप्त होती है। कराधान का महत्व प्राचीन समय से है। कौटिल्य ने भी इसे किसी राज्य के लिये सबसे महत्वपूर्ण माना था। व्यापारिक संस्थाओं से लेकर आम नागरिक कर संबंधित विषयों में चार्टड अकाउंटेंट की मदद अवश्य लेते हैं। आप लोग देश को अधिक से अधिक करों की प्राप्ति करने में सहयोग प्रदान करते है और राष्ट्र के आर्थिक प्रगति में अपना महत्वपूर्ण योगदान भी देते हैं। हमारा देश विश्व की उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। हमारे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने में एकाउंटेंसी (लेखांकन) की महत्वपूर्ण भूमिका है। मेरा यह मानना है कि किसी भी देश में आर्थिक विकास में सशक्त एकाउंटेंसी (लेखांकन तथा अंकेक्षण) एक आधारभूत बुनियाद की तरह है।
चार्टड एकाउंटेंट का मुख्य दायित्व होता है कि उसके द्वारा प्रस्तुत लेखा एवं वित्तीय प्रतिवेदन उच्च गुणवत्तायुक्त हो। सीए एक लेखापरीक्षक, परामर्शदाता एवं सलाहकार के रूप में अपनी विश्लेषणात्मक योग्यता एवं कौशल से, वित्तीय समस्याओं का समाधान खोजते हैं। ऐसी बहुमूल्य सेवा, किसी भी संगठन को न केवल मजबूत होती है, बल्कि संगठन की सही एवं परिशुद्ध वित्तीय स्थिति भी सुनिश्चित करती है। यह खुशी की बात है कि इस प्रोफेशन से जुड़े व्यक्ति सक्रिय एवं समर्पित होकर कार्य करते हैं।
भारत में आर्थिक उदारीकरण के दौर में देश के आर्थिक परिदृश्य में भारी बदलाव आया है। ऐसे में एकाउंटेंसी प्रोफेशनल्स का दायित्व और बढ़ जाता है कि वे सतर्क रहकर यह सुनिश्चित करें कि सभी लोग अपने व्यापार व्यवसाय में पारदर्शिता रखें। आज नागरिक के आर्थिक विकास निवेश का पैसा सुरक्षित रहे यह आप सब की सामाजिक जवाबदारी है। हमें यह ध्यान में रखना होगा कि हमारे देश की बड़ी आबादी को आज भी आधारभूत सुविधाओं से वंचित है। उन्हें विकास के रास्ते में आगे ले जाना, उन्हें सम्मानजनक जीवन स्तर उपलब्ध कराना, हम सबका सामूहिक दायित्व है।
तखतपुर विधायक रश्मि सिंह ने कहा कि सीए समाज में प्रबुद्ध नागरिक होते हैं। जिनके ऊपर अर्थव्यवस्था, अंकेक्षण, खाता प्रबंधन की जिम्मेदारी होती है। सीए के बिना व्यवसाय करना कठिन है। इस अवसर पर बिलासपुर विधायक शैलेष पाण्डेय ने कहा कि देश की आर्थिक व्यवस्था सुदृढ़ और पारदर्शी बनाने में सीए प्रोफेशनल की महत्वपूर्ण भूमिका है।
इस अवसर पर बिल्हा के विधायक धरमलाल कौशिक, विधायक बिलासपुर एपी पांडा एसईसीएल, चार्टर्ड अकाउंटेंट जय छैरा, अनुज गोयल, सेंट्रल काउंसिल मेंबर्स, मुकेश बंसल, रिजनल काउंसिल चेयरमेन, सचेन्द्र जैन, बिलासपुर शाखा के अध्यक्ष, सीपी भाटिया, रायपुर शाखा के अध्यक्ष तथा इस राष्ट्रीय सम्मेलन में देशभर के कई चार्टर्ड अकाउंटेंट उपस्थित थे।