स्कूली शिक्षा सत्र 16 जून से शुरू होने वाला है। पहली बार सभी सरकारी स्कूलों के लिए गणवेश और किताबें लगभग पहुंच चुकी हैं। शासकीय स्कूलों के लगभग 32 लाख बच्चों को मुफ्त ड्रेस बांटी जाएगी। इसके लिए हथकरघा विभाग को शिक्षा विभाग ने पहले ही समय पर आदेश दे दिया था, लिहाजा इन बच्चों को सत्र शुरू होते ही ड्रेस वितरित की जाएगी। इस बार 56 लाख से ज्यादा मुफ्त पाठ्य पुस्तकों के वितरण की व्यवस्था कर ली गई है। पहली बार पाठ्यपुस्तक निगम से सीधे हाईस्कूलों को किताबें भेजी जाएंगी। नौवीं-दसवीं के बच्चों को स्कूल स्तर पर ही किताबें मिलेंगी। 11वीं-12वीं के बच्चों के लिए निगम ने छापकर रखा है। इनका शुल्क देना होगा, ये किताबें जिलों में डिपो के जरिए बांटी जाएंगी। पहली से लेकर आठवीं तक की किताबें संकुल स्तर पर पहली बार भेजी गई हैं। यहां से स्कूलों के प्रधानपाठक या शिक्षक किताबें रिसीव करेंगे। ड्रेस 30 लाख बच्चों को दी जाएगी। किताबें लगभग 50 लाख बच्चों के हिसाब से बांटी जाएंगी।
साइकिल मिलेगी दो महीने बाद
शिक्षा विभाग सरस्वती साइकिल योजना के तहत हाई स्कूल की एक लाख 95 हजार बालिकाओं को मुफ्त साइकिल देने की तैयारी कर रहा है। हालांकि साइकिल मिलने में दो महीने का समय लग सकता है। निजी स्कूलों को किताबें बांटने की व्यवस्था में बदलाव कर दिया गया है। पहली बार जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) की अनुशंसा पर किताबें बांटी जाएंगी। निजी स्कूलों को मान्यता की प्रति डीईओ को दिखानी पड़ेगी।
– किताबें स्कूलों तक पहुंच गईं हैं। हथकरघा विभाग यूनिफार्म की सप्लाई कर रहा है। शिक्षा सत्र शुरू होते ही सभी को यूनिफार्म मिल जाएगी। – एस प्रकाश, संचालक, लोक शिक्षण संचालनालय