छत्तीसगढ़ में मंदिरों की व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए प्रदेश के सभी मंदिरों का डाटा तैयार किया जा रहा है। धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि संस्कृति एवं धर्मस्व विभाग का कामकाज जल्द ही अलग किया जाएगा। धर्मस्व विभाग के कामकाज को अलग करने के साथ प्रदेश में मंदिर और धार्मिक स्थलों की गणना के आदेश कलेक्टर और सीईओ को दे दिए गए हैं।
आने वाले दिनों में सैकड़ों मंदिर पंजीबद्ध होंगे। सभी धार्मिक स्थलों में मेले और अनुष्ठान का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस संबंध में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से चर्चा की गई थी, जिसमें उन्होंने अपनी सहमति जताई है। आचार संहिता के बाद इस संबंध में तेजी आएगी।
ताम्रध्वज ने कहा कि पिछली सरकार ने संस्कृति एवं धर्मस्व को लेकर कोई काम नहीं किया। वर्तमान में हमारी शिक्षा प्रणाली में जो शिक्षा दी जा रही है, वो सिर्फ नौकरी के लायक मनुष्य को बना रहा। लेकिन मनुष्य में मानवता एक अच्छे व्यक्तित्व का निर्माण धर्मस्व से संभव है। मंदिरों के पुजारियों, मंहतों और वरिष्ठजनों से रायशुमारी कर आगे की नीति बनाई जाएगी।