मध्यप्रदेश की राजधानी और लोकसभा क्षेत्र भोपाल में चुनाव प्रचार करके छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपना राजनीतिक शिष्य का धर्म निभा रहे हैं। भोपाल लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी दिग्विजय सिंह हैं, जिन्हें बघेल अपना राजनीतिक गुरु मानते हैं। इसके पहले भी कई बार बघेल ने दिग्विजय सिंह के लिए अपना शिष्य धर्म निभाया है। दिग्विजय जब नर्मदा परिक्रमा यात्रा पर निकले थे, तब भी बघेल उनकी यात्रा में शामिल होकर शिष्य होने का धर्म पूरा किया था। अब दिग्विजय के लिए सभा और जनसंपर्क करने भोपाल पहुंचे हैं।
अविभाजित मध्यप्रदेश के समय से दिग्विजय सिंह को बघेल अपना राजनीतिक गुरु मानते हैं। युवा कांग्रेस अध्यक्ष और कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष रहते हुए बघेल ने 1993 में पहली बार दुर्ग जिले की पाटन विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी। 1998 में भी पाटन से चुनाव जीते।
अविभाजित मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने लगातार दूसरी बार विधानसभा चुनाव जीतने पर बघेल को कैबिनेट मंत्री बना दिया था। इसी दौरान वर्ष 2000 में छत्तीसगढ़ अस्तित्व में आया और यहां की पहली सरकार में भी बघेल कैबिनेट मंत्री रहे। राज्य अलग होने के बाद भी बघेल का दिग्विजय के प्रति सम्मान जस के तस बना रहा। दिग्विजय सिंह जब छत्तीसगढ़ आए, बघेल ने उनको पूरा सम्मान दिया।
30 सितंबर 2017 को मध्यप्रदेश के नहसिंहपुर जिले के बरमान घाट से दिग्विजय ने नर्मदा परिक्रमा यात्रा शुरू की थी, जो कि 30 अप्रैल 2018 को उसी घाट पर खत्म हुई थी। छह माह में दिग्विजय ने 3325 किमी की पदयात्रा की। मध्यप्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से 110 सीटों का दौरा किया था।
नौ मार्च 2018 की रात दिग्विजय की पदयात्रा अनूपपुर जिले के खाटी ग्राम में पहुंची थी, तब बघेल और वर्तमान में कांग्रेस सरकार के मंत्री टीएस सिंहदेव उनका स्वागत करने पहुंचे थे। अगले दिन दोनों दिग्विजय के साथ तीन किमी पैदल चले थे।
एक दौर का पहले कर चुके हैं प्रचार
मुख्यमंत्री बघेल का अभी यह भोपाल का दूसरा चुनावी दौरा है। इसके पहले उन्होंने पांच मई को भोपाल लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत सीहोर जिले के चरनाल, सोंठी और कचनारिया में सभा व जनसंपर्क किया था। भोपाल लोकसभा सीट पर छठे चरण में 12 मई को मतदान होना है। 10 मई की शाम वहां प्रचार थम जाएगा, उसके पहले बघेल भोपाल लोकसभा क्षेत्र में कई सभा और जनसंपर्क करेंगे।
प्रज्ञा पर हमला जारी रहेगा
भाजपा ने जब साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को दिग्विजय के मुकाबले प्रत्याशी घोषित, उसके बाद से बघेल साध्वी पर हमला बोल रहे हैं। वे कई बार यह बयान दे चुके हैं कि प्रज्ञा जब अपने जीजा के यहां बिलाईगढ़ में रहती थीं, तब वे झगड़ालू व्यक्तित्व की थीं। चप्पल से मारपीट करती थीं। एक व्यक्ति को चाकू भी मारा था। साध्वी पर बघेल का यह हमला भोपाल लोकसभा क्षेत्र की सभाओं में भी दिखा है।