सिंगापुर से उड़ान भरने वाली फ्लाइट एसक्यू-406 अपने अपना सफर पूरा कर रात्रि करीब आठ बजे दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर लैंडिंग के लिए तैयार थी. विमान के कॉकपिट में मौजूद दोनों पायलट लैंडिंग के लिए जरूरी प्रक्रियाओं को पूरा कर ही रहे थे, तभी उन्हें पता चला कि विमान के अगले पहिए (नोज हृवील) का हाइड्रोलिक सिस्टम में ठीक तरह से काम नहीं कर रहा है. अब ऐसे में विमान को रन-वे पर लैंड कराना बेहद जोखिम भरा फैसला हो चुका था. विमान के पायलट ने तत्काल इसकी जानकारी दिल्ली एयरपोर्ट के एयर ट्रैफिक कंट्रोलर को दी.
पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (एटीसी) को बताया कि नोज हृवील के हाइड्रोलिक सिस्टम में तकनीकी खराबी आ गई है, लिहाजा इस विमान को प्राथमिकता के आधार पर लैंडिंग की इजाजत दी जाए. विमान के हाइड्रोलिक सिस्टम में खराबी की बात पता चलते ही एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने दिल्ली एयरपोर्ट की सभी एजेंसीज को एहतियाती कदम उठाने के निर्देश जारी कर दिए. इस बीच यह तय हुआ कि विमान की फुल इमरजेंसी लैंडिंग रन-वे संख्या 28/10 में कराई जाएगी. जिसके बाद, सीआईएसएफ की क्विक रिएक्शन टीम (क्यूआरटी), एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड सहित एयरलाइंस के तमाम अधिकारी रन-वे संख्या 28/10 पर पहुंच गए. सभी इंतजाम पूरे होने के बाद एटीसी ने सिंगापुर एयरलाइंस के इस विमान को रन-वे संख्या 28/10 पर लैंडिंग की इजाजत दे दी.
इधर, विमान में मौजूदर करीब 228 मुसाफिरों को कॉकपिट पर मौजूद तनाव और दिल्ली एयरपोर्ट पर चल रही कवायद के बाबत कुछ पता नहीं था. दिल्ली एयरपोर्ट पर फुल इमरजेंसी लैंडिंग की तैयारियां पूरी हो चुकी थीं. लैंडिंग से ठीक पहले विमान के पायलट ने इस परिस्थिति के बाबत मुसाफिरों को अवगत कराना ठीक समझा. जिसके बाद, पायलट ने पूरी परिस्थितयों से विमान के केबिन-क्रू और मुसाफिरों को अवगत कराया. पायलट की बात सुनने के बाद पूरे विमान में भय का माहौल बन गया. विमान अपने ऊंचाई छोड़नी शुरू कर दी थी. जैसे-जैसे विमान धरती की तरफ बढ़ रहा था, विमान में मौजूद मुसाफिरों की खामोशी और बेचैनी बढ़ती जा रही थी.
कुछ मिनटों के बाद विमान रन-वे के करीब तक तो पहुंचा, लेकिन लैंडिंग किए बिना एक बार फिर हवा में उड़ान भर गया. विमान की इस उड़ान ने मुसाफिरों को बुरी तरह से बेचैन कर दिया. कुछ देर बाद, विमान ने लैडिंग की दूसरी कोशिश की और मुसाफिरों को एक तेज झटका लगा. इस झटके के साथ लगभग सभी मुसाफिरों की आंखे बंद हो गई. उनके कानों में बस विमान के तेज ब्रेक की आवाज सुनाई पड़ रही थी. तभी विमान रुका और मुसाफिरों की आंखे खुली. उन्होंने देखा कि विमान रन-वे के बीच में खड़ा है. चारों तरफ एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड और वर्दी धारियों की गाडिया खड़ी हैं. कुछ मिनटों के इंतजार के बाद रन-वे पर एक क्रेन पहुंची और इस विमान को खींच कर पार्किंग वे तक ले गई.
एयरपोर्ट के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, सिंगापुर एयरलाइंस के विमान से जुड़ा यह घटनाक्रम मंगलवार रात्रि 8 बजे से 8.50 के बीच का है. रन-वे पर इस विमान की मौजूदगी के चलते करीब 18 मिनट तक दूसरे विमानों का आवागमन प्रभावित हुआ. वहीं सिंगापुर एयरलाइंस ने अपने बयान में कहा है कि फ्लाइट संख्या एसक्यू-406 ने सिंगापुर एयरलाइंस से दिल्ली के लिए उड़ान भरी थी. लैंडिंग से ठीक पहले विमान के हाइड्रोलिक सिस्टम में तकनीकी खराबी पाई गई. लैंडिंग के बाद विमान को टा करके पार्किंग वे में ले जाया गया. विमान में मौजूद सभी क्रू और मुसाफिर सुरक्षित हैं.