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सरकारी नौकरी के नाम पर 2 दर्जन बेरोजगारों से करोड़ो की ठगी, तीन गिरफ्तार…

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रायपुर – छत्तीसगढ़ की राजधानी में दो दर्जन से ज्यादा बेरोजगारों को नौकरी लगाने के नाम पर करोड़ो की ठगी करने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा है। आरोपियों में एक ठग शिक्षा विभाग का बर्खास्त कर्मचारी है, उसी के कहने पर तीनों मिलकर ठगी की घटना को अंजाम दिया करते थे। गिरफ्तार लोगों में एक महिला भी शामिल है। घटना न्यू राजेंन्द्र नगर थाना क्षेत्र की है।

दरअसल, पीड़िता देवकी ध्रुव ने थाना न्यू राजेन्द्र नगर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह ग्राम सांकरा जिला धमतरी की निवासी है। 1 वर्ष पूर्व जिला धमतरी के सिहावा नगरी में एक कार्यक्रम के दौरान प्रार्थिया की मुलाकात स्वयं शर्मा नामक व्यक्ति से हुई थी, जिसने प्रार्थिया को अपना परिचय इंटक का कार्यकर्ता बताया और एप्रोच के आधार पर सरकारी नौकरी लगवाना बताया था। दोनों के बीच फोन में बात होती रहती थी जिस पर प्रार्थिया को स्वयं शर्मा के बातों पर विश्वास हो गया। पीड़िता अपने जीजा शिव नेताम के साथ प्रोग्रेसिव पाईंट लालपुर स्थित स्वयं शर्मा के ऑफिस में जाकर स्वयं शर्मा एवं प्रीति शर्मा से मिली। दोनों ने रेलवे विभाग में नौकरी लगाने का आश्वासन देकर 1,50,000 रूपये की मांग किये। प्रार्थिया 50,000 रू नगदी प्रीति शर्मा को दी और 25 अप्रैल को फोन पे के माध्यम से प्रीति शर्मा के खाते में 40,000 रूपये ट्रांसफर की।

प्रीति शर्मा एवं स्वयं शर्मा प्रार्थिया को आश्वासन दिये कि एक सप्ताह में रेल्वे विभाग में सुपरवाईजर के पद पर नौकरी लग जायेगी। उसके बाद दोनों प्रार्थिया का फोन उठाना बंद कर दिये, जिस पर प्रार्थिया कई बार उनके आफिस आयी किन्तु दोनों ऑफिस में नहीं मिलते थे। 1 सितम्बर को पीड़िता द्वारा फिर से दूसरे के फोन से फोन करने पर प्रीति शर्मा बोली कि पैसा वापस नही करूंगी जो करना है कर लो। इसी तरह स्वयं शर्मा एवं प्रीति शर्मा द्वारा देवचरण मानिकपुरी निवासी ग्राम देवझार अहिवारा दुर्ग सहित अन्य लगभग 20 लोगों को अलग-अगल विभाग में नौकरी लगाने का झांसा देकर करोड़ो रूपये ठगी करना पाया गया। प्रार्थियों की रिपोर्ट पर स्वयं शर्मा एवं प्रीति शर्मा के विरूद्ध थाना न्यू राजेन्द्र नगर में अपराध क्रमांक 352/24 धारा 420, 34 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।

पुलिस टीम के सदस्यों द्वारा प्रकरण में मुखबीर लगाने के साथ ही आरोपियों के छिपने के हर संभावित स्थानों में लगातार रेड कर तलाश की जा रही थी। इसी दौरान टीम के सदस्यों को आरोपियों की उपस्थिति के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी मिली। आरोपी भीष्म नारायण शर्मा उर्फ स्वयं शर्मा व प्रीति शर्मा को पकड़कर पूछताछ करने पर खमतराई रायपुर निवासी श्याम सुंदर राव शिक्षा विभाग का बर्खास्त कर्मी के कहने पर उसके साथ मिलकर ठगी की घटना को अंजाम दिए थे। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से घटना से संबंधित 1 नग मोबाइल फोन जब्त कर आरोपियों के विरूद्ध कार्रवाई की गई।