तेलुगु देशम के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू के सितारे इस समय बुलंदी पर हैं. जहां राजनीति में उनकी पौ बारह है, वहीं आर्थिक क्षेत्र में उनका परिवार बढ़ रहा है. उनकी पत्नी नारा भुवनेश्वरी की संपत्ति में केवल पांच दिनों में 579 करोड़ रुपये का इजाफा हो गया.
आंध्र प्रदेश – तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू के सितारे इस समय बुलंदी पर हैं. राजनीति के साथ आर्थिक क्षेत्र से भी उनके लिए अच्छी खबर है. एक ओर वह 12 जून को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उनकी पत्नी नारा भुवनेश्वरी देवी की कुल संपत्ति केवल पांच दिनों में 579 करोड़ रुपये बढ़ गई. उनकी संपत्ति में इस अप्रत्याशित बढ़ोतरी का श्रेय एफएमसीजी कंपनी हेरिटेज फूड्स के उल्लेखनीय प्रदर्शन को जाता है, जहां उनकी महत्वपूर्ण हिस्सेदारी है.
चंद्रबाबू नायडू हेरिटेज फूड्स के को-फाउंडर हैं. उन्होंने 1992 में इस कंपनी की स्थापना की थी, जो डेयरी उत्पादों का कारोबार करती है. चंद्रबाबू नायडू की पत्नी नारा भुवनेश्वरी इस कंपनी की मुख्य स्टेक होल्डर हैं. उनके पास हेरिटेज फूड्स में 24.37 फीसदी की हिस्सेदारी है. यानी नारा भुवनेश्वरी के पास कंपनी के 2,26,11,525 शेयर हैं. लोकसभा चुनाव परिणामों के बाद शेयर बाजार में आई गिरावट के बावजूद इस कंपनी के स्टॉक के दामों में जोरदार तेजी देखने को मिली. हेरिटेज फूड्स का शेयर मूल्य 31 मई 2024 को 402.90 रुपये प्रति शेयर था. लेकिन यह पांच कारोबारी सत्रों के भीतर 659 रुपये प्रति शेयर के हाईएस्ट लेवल तक पहुंच गया. इस उछाल से प्रति शेयर 256.10 रुपये का फायदा हुआ.
चंद्रबाबू के दोनों हाथों में लड्डू
चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी ने इस बार आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव में सबसे अधिक 135 सीटें जीती हैं. वह 12 जून यानी कल आंध्र प्रदेश के नए सीएम बन जाएंगे. वहीं चंद्रबाबू नायडू केंद्र सरकार के गठन में भी किंगमेकर बनकर सामने आए हैं. इस बार भारतीय जनता पार्टी (BJP) केवल 240 सीटों पर ही जीत दर्ज कर सकी है. लेकिन एनडीए ने कुल 293 सीटें हासिल कर तीसरी बार मोदी सरकार बनाने में मदद की. चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी ने इस बार लोकसभा चुनावों में 16 सीटें जीती हैं. अपने रणनीतिक कौशल और नेतृत्व के लिए जाने जाने वाले नायडू कई बार आंध्र प्रदेश के सीएम रह चुके हैं. वह 2015 से टीडीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं.
कैसे मिले चंद्रबाबू और भुवनेश्वरी?
चंद्रबाबू नायडू उस समय अपना राजनीतिक सफर शुरू ही कर रहे थे, जब उनकी मुलाकात तेलुगु सिनेमा की मशहूर शख्सियत और तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के संस्थापक एन. टी. रामाराव की बेटी भुवनेश्वरी से हुई. नायडू ने एन.जी. रंगा की मदद से कांग्रेस पार्टी से टिकट हासिल किया और 1978 के विधानसभा चुनावों में चंद्रगिरि क्षेत्र से विधायक बने. वह 1980 से 1983 तक सिनेमैटोग्राफी मंत्री रहे तभी नायडू एन. टी. रामा राव के संपर्क में आए. जल्द ही दोनों के पेशेवर संबंध निजी संबंधों में बदल गए. नायडू ने रामाराव से उनकी दूसरी बेटी भुवनेश्वरी का हाथ मांग लिया और सितंबर 1981 में दोनों की शादी हो गई.
हालिया चुनाव कितने अहम
चंद्रबाबू नायडू और उनकी पार्टी टीडीपी के लिए हाल में हुए लोकसभा और विधानसभा चुनाव बेहद अहम थे. इन दोनों चुनावों में मिली सफलता नायडू और उनकी पार्टी के लिए महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई है. लोकसभा चुनाव में पार्टी एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभरी. उसने 17 सीटों पर चुनाव लड़ा और 16 पर जीत हासिल की. टीडीपी की सफलता ने एनडीए को 543 सदस्यीय लोकसभा में 293 सीटें हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
हेरिटेज फूड्स पर क्या पड़ा असर
सकारात्मक चुनाव नतीजों और टीडीपी के मजबूत प्रदर्शन ने हेरिटेज फूड्स में निवेशकों के विश्वास को बढ़ाया, जिससे इसका स्टॉक नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया. इससे न केवल नारा भुवनेश्वरी को फायदा हुआ, बल्कि नायडू के बेटे नारा लोकेश, जो कंपनी के प्रमोटरों में से एक हैं, की कुल संपत्ति में भी बढ़ोतरी हुई. आंध्र प्रदेश की राजनीति में चंद्रबाबू नायडू का स्थायी प्रभाव उनके परिवार और उनसे जुड़े व्यवसाय की किस्मत को आकार दे रहा है, जो भारत में राजनीति और व्यापार के आपसी संबंध को उजागर करता है.
चंद्रबाबू नायडू के पास कितनी संपत्ति?
चंद्रबाबू नायडू के पास 4.80 लाख रुपये की चल और 36.31 लाख रुपये की अचल संपत्ति है. परिवार पर कुल देनदारी 10 करोड़ रुपये से ज्यादा है. इसके अलावा, नायडू के पास 2.25 लाख रुपये की कीमत की एक एंबेसडर कार है. लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव 2019 में टीडीपी प्रमुख के हलफनामे के अनुसार नायडू परिवार की चल और अचल संपत्ति का मूल्य 574.3 करोड़ रुपये था. भुवनेश्वरी के पास 3.4 किलोग्राम सोना और करीब 41.5 किलोग्राम चांदी भी है. हलफनामे में यह भी कहा गया है कि नायडू पर विभिन्न मामलों में 24 एफआईआर दर्ज हैं.