कवर्धा – असम के मुख्यंमत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा है कि बबार, औरंगजेब और अकबर ने देश पर राज किया. इसकी वजह से हमारा देश कमजोर हुआ है. छत्तीसगढ़ में लोगों को संबोधित करते हुए बुधवार (18 अक्टूबर) को असम के मुख्यंमत्री ने ये टिप्पणी की. उन्होंने मुगलों के राज और इससे पैदा हुई कमजोर के बीच संबंध बताया. छत्तीसगढ़ में नवंबर के महीने में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. राज्य के चुनावी नतीजे दिसंबर में जारी हो जाएंगे.
हिमंत बिस्वा सरमा ने कवर्धा में रैली को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ के इकलौते मुस्लिम मंत्री और कांग्रेस नेता मोहम्मद अकबर पर तंज भी कसा. उन्होंने कहा कि अगर अकबर को यहां से नहीं हटाया गया तो माता कौशल्या की भूमि अपवित्र हो जाएगी. उन्होंने अपने भाषण में बार-बार कांग्रेस विधायक मोहम्मद अकबर का जिक्र किया. सरमा ने कई सारे बयानों में अकबर शब्द का इस्तेमाल एक मेटाफर के तौर पर किया. उन्होंने इसी दौरान मुगलों का भी जिक्र छेड़ा.
‘अगर एक अकबर कहीं जाता है तो…’
असम के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘अगर एक अकबर कहीं जाता है, तो वह 100 अकबरों को वहां बुला लेता है. इसलिए उसे जितना जल्दी हो सके यहां से भगाइए, नहीं तो माता कौशल्या की भूमि अपवित्र हो जाएगी.’ शास्त्रों के अनुसार, माता कौशल्या भगवान राम की मां हैं, जो आधुनिक छत्तीसगढ़ से थीं. असम के मुख्यमंत्री बीजेपी के उम्मीदवार विजय शर्मा के लिए चुनाव प्रचार कर रहे थे. कवर्धा में उनका मुकाबला कांग्रेस के मोहम्मद अकबर से होने वाला है.
उन्होंने कहा कि आज हमें अगर धर्मांतरण रोकना है और लव जिहाद खत्म करना है और अकबर से छत्तीसगढ़ के लोगों को बचाना है, तो हमें विजय भइया जैसे लोगों की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हमारे लोगों ने 40 साल पहले ऐसे ही एक अकबर को असम का मुख्यमंत्री बनाया और उन्होंने बांग्लादेशियों के लिए अपने दरवाजे खोल दिए. आज माता कामाख्या की भूमि हर रोज रो रही है.
छत्तीसगढ़ में चुनावी अभियान को धार दे रही बीजेपी
दरअसल, हिमंत बिस्वा सरमा छत्तीसगढ़ में थे, जहां पर वह विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी के रणनीतिक प्रयासों को धार दे रहे थे. बीजेपी का मकसद राज्य के ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचना है, ताकि चुनाव में जीत हासिल की जा सके. वर्तमान में राज्य में कांग्रेस की सरकार है और बीजेपी यहां सरकार बनाने के लिए भरपूर प्रयास कर रही है. छत्तीसगढ़ पहुंचे असम के मुख्यमंत्री ने कवर्धा विधानसभा क्षेत्र में एक रोड शो किया और बैठक की.
वहीं, ये पहला मौका नहीं है, जब हिमंत बिस्वा सरमा छत्तीसगढ़ पहुंचे हैं. इससे पहले वह बीजेपी की परिवर्तन यात्रा में हिस्सा लेने के लिए राज्य में आए थे. अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने राज्य में कांग्रेस सरकार के शासन पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कई सारे मुद्दों पर बात की थी और सरकार की आलोचना की थी. इसमें सबसे प्रमुख मुद्दा धर्मांतरण का था.