नूंह हिंसा के दौरान लापता हुए 4 लोग पीजीआई रोहतक में भर्ती बताए जा रहे है. जिसमें से एक 17 वर्षीय किशोर भी शामिल है. वहीं एक घायल का नाम नसरुद्दीन है. बाकि दो की पहचान नहीं हो पाई है.
हरियाणा – नूंह में हिंदू समुदाय के लोगों की यात्रा पर गोलीबारी और पत्थरबाजी करने के बाद मेवात में भड़की हिंसा के कारण अलग-अलग जगह से भी आगजनी और झड़प की खबरें सामने आ रही है. ऐसे में मेवात में 31 जुलाई को हिंसा के दौरान लापता हुए 4 चार लोग रोहतक पीजीआई में भर्ती हुए हैं. जिनमें से एक को छोड़कर तीन की पहचान नहीं हो पाई है सभी लोग गंभीर हालत में है जिनका इलाज चल रहा है. ये सभी लोग मेवात में हुई हिंसा के दौरान वहां पर मौजूद थे जिन्हें गंभीर हालत में रोहतक पीजीआई में भर्ती करवाया गया है.
चार घायलों में से एक की हुई पहचान
वहीं लापता हुए लोगों की तलाश में उनके परिजन पीजीआई रोहतक पहुंच रहे है. चार घायलों में से एक 17 वर्षीय किशोर की पहचान हो पाई है. हिंसा की चपेट में आकर घायल हुए 17 वर्षीय किशोर के चाचा का कहना है कि उसका भतीजा काम सीखने के लिए गया ता वो बेवजह भीड़ की चपेट में आ गया. पीड़ित के चाचा ने नूंह में हुई हिंसा को गलत बताया. वहीं एक और घायल व्यक्ति अपने नाम के अलावा ठीक से कुछ नहीं बता पा रहा है. घायल किशोर के परिजनों का कहना है कि वो उसे तलाश करने में जुटे थे, लेकिन जब उन्हें पता चला कि कुछ घायल लोग रोहतक पीजीआई में भर्ती है उसके बाद वो यहां आए है.
मस्जिदों की बढ़ाई गई सुरक्षा
वहीं घायल किशोर के चाचा सिराजुद्दीन ने बताया कि उनका इस हिंसा से कुछ भी लेना देना नहीं है उनका 17 वर्षीय भतीजा स्कूल में पढ़ता है और लैब पर काम सीखता है. हर रोज की तरह 31 जुलाई को भी लैब पर काम सीखने के लिए गया था, लेकिन लैब बंद होने के कारण घर आ रहा था इस दौरान वो हिंसा का शिकार हो गया. सिराजुद्दीन ने कहा कि मेवात में जो हिंसा हुई है वह पूरी तरह से गलत है और इस तरह की हिंसा नहीं होनी चाहिए. पीजीआई रोहतक में ही एडमिट नसरुद्दीन अपने नाम के अलावा कुछ भी नहीं बता पा रहा हैं. उसने सिर्फ इतना कहा कि 31 जुलाई को काम पर गया था और हिंसा की चपेट में आ गया. बहराल पूरे हरियाणा में पुलिस अलर्ट हो गई है और मस्जिदों की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है.