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दो साल की सजा के बाद राहुल गांधी की सांसदी जाने पर क्या बोला विदेशी मीडिया?

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केरल की वायनाड संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले राहुल गांधी को अयोग्य घोषित कर दिया गया है। इस मामले को विदेशी मीडिया भी जमकर कवर कर रही है। अलजजीरा, न्यूयॉर्क टाइम्स, बीबीसी और द गार्जियन जैसे विदेश मीडिया ऑर्गनाइजेशन ने राहुल गांधी के अयोग्य ठहराए जाने की खबर को बड़े स्तर पर कवर किया है।

बता दें कि लोकसभा सचिवालय की अधिसूचना के अनुसार, सूरत की एक अदालत द्वारा वर्ष 2019 के मानहानि के मामले में सजा सुनाए जाने के बाद राहुल गांधी को शुक्रवार को लोकसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य ठहराया गया। मानहानि के मामले में अदालत ने राहुल गांधी को दो वर्ष के कारावास की सजा सुनाई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य करार दिए जाने के बाद शुक्रवार को केरल की वायनाड संसदीय सीट को रिक्त घोषित कर दिया गया है।

‘…आखिरी राष्ट्रीय चेहरे को अयोग्य घोषित किया’

इस मुद्दे को कवर करते हुए द न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा है कि ‘मोदी सरकार के राजनीतिक विरोध में खड़े आखिरी राष्ट्रीय चेहरे को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया है।’ द न्यूयॉर्क टाइम्स लिखता है, “भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजनीतिक विरोध में खड़े होने वाले आखिरी राष्ट्रीय चेहरे में से एक, राहुल गांधी को शुक्रवार को संसद के सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया। इससे देश के राजनीतिक हलकों में बड़ा झटका लगा है। साथ ही यह कभी बेहद शक्तिशाली रही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के लिए भी बुरी खबर है।” न्यूयॉर्क टाइम्स ने गौतम अडानी मामले का भी जिक्र किया है। इसने कहा कि राहुल गांधी काफी समय से ‘नरेंद्र मोदी के खास गौतम अडानी की जांच के लिए संसद सदन का इस्तेमाल करते रहे है।’

कतर का न्यूज पोर्टल अलजजीरा लिखता है कि मानहानि के एक मामले में दोषी ठहराए जाने और दो साल जेल की सजा सुनाए जाने के एक दिन बाद भारत के मुख्य विपक्षी नेता राहुल गांधी को संसद के सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया है। अलजजीरा ने अपनी खबर में पूरे घटनाक्रम के बारे में विस्तार से लिखा है। इसने कई कांग्रेसी नेताओं के बयानों का भी जिक्र किया है।

राहुल गांधी जेल नहीं जाएंगे क्योंकि….

ब्रिटिश अखबार द गार्जियन ने भी राहुल गांधी के अयोग्य ठहराए जाने की खबर को विस्तार से लिखा है। द गार्जियन लिखा है, “भारतीय विपक्षी नेता राहुल गांधी को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपराधी बताने वाली टिप्पणी के लिए मानहानि का दोषी ठहराए जाने के 24 घंटे बाद संसद से निष्कासित कर दिया गया है।” इसने आगे लिखा कि राहुल गांधी जेल नहीं जाएंगे क्योंकि अदालत ने फैसले के खिलाफ अपील दायर करने के लिए उन्हें 30 दिन की जमानत दे दी है। इसने लिखा है कि अगर उच्च अदालत राहुल गांधी की सजा को रद्द कर देती है, तो वह (लोकसभा) अपनी सीट वापस पा सकते हैं। द गार्जियन लिखता है कि राहुल गांधी के अयोग्य होने का मतलब है कि दक्षिण भारत के केरल में वायनाड में उपचुनाव कराना होगा। राहुल गांधी का राजनीतिक करियर फिलहाल अस्पष्ट नजर आ रहा है।

हाल ही में भारत में इनकम टैक्स सर्वे का सामना कर चुके बीबीसी ने भी राहुल गांधी की खबर को तरजीह दी है। बीबीसी लिखता है कि ‘मानहानि के मामले में दो साल की सजा सुनाए जाने के एक दिन बाद भारत की संसद ने वरिष्ठ विपक्षी नेता राहुल गांधी को अयोग्य घोषित कर दिया है।’

एकजुट हुए विपक्षी राजनीतिक दल

इसके अलावा, अमेरिकी अखबार द वाशिंगटन पोस्ट ने अपने न्यूज पोर्टल पर राहुल गांधी की खबर को प्रमुखता से लिखा है। द वाशिंगटन पोस्ट ने राहुल गांधी को विपक्ष का सबसे बड़ा चेहरा बताया। इसने विपक्षी को लेकर भी कवर किया है। वाशिंगटन पोस्ट ने लिखा, “शुक्रवार को संसद से भारत के शीर्ष विपक्षी नेता को निष्कासित कर दिया। इससे देश के एक दर्जन विपक्षी राजनीतिक दल एकजुटता दिखाते दिखे। उन्होंने इस कदम की निंदा की है।”

पाकिस्तानी अखबार डॉन ने भी राहुल गांधी के अयोग्य ठहराए जाने की खबर को विस्तार से लिखा है। डॉन ने लिखा कि राहुल गांधी को अयोग्य ठहराया जाना भारतीय विपक्ष को तगड़ा झटका है। डॉन लिखता है, “भारत की संसद ने शुक्रवार को विपक्षी कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी को अयोग्य घोषित कर दिया। एक दिन पहले ही उन्हें एक मजिस्ट्रेट की अदालत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सरनेम से जुड़े मानहानि के मामले में दो साल की जेल की सजा सुनाई थी।”