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जब 38 हिंदुओं को बस से उतारा और बरसा दीं गोलियां, ऐसी 5 हिला देने वाली कहानियां

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पंजाब में एक बार फिर खालिस्तानी आंदोलन को हवा देने की कोशिश हो रही थी. इस बार यह काम कर रहा था‘वारिस पंजाब दे’संगठन का प्रमुख अमृतपाल सिंह.

पंजाब पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने उसके संगठन की कमर तो तोड़ दी, मगर पंजाब के लोगों में फिर वही खौफ तारी हो गया. वह खौफ जो 80-90 के दशक पंजाब के हर शख्स के चेहरे पर नजर आता था. वो खौफ जिसके डर से लोग घर से नहीं निकलते थे. जो निकलता था उसे यह भरोसा नहीं होता कि वाह सही सलामत लौटेगा भी या नहीं. उस दौर में पंजाब में आतंक का चेहरा बना था जरनैल सिंह भिंडरावाला, अमृतपाल सिंह खुद को भिंडरावाला का ही सबसे बड़ा समर्थक मानता है. इसी भिंडरावाला की गिरफ्तारी के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने ऑपरेशन ब्लू स्टार की शुरुआत की थी और उसे मार गिराया गया था. हालांकि पंजाब में आतंकवाद जारी रहा और आतंकियों ने कई ऐसे हमलों को अंजाम दिया जिन्हें सुनकर आज भी रूह कांप जाती है.

1- स्वर्ण मंदिर की सीढ़ियों पर डीआईजी अटवाल की हत्या1983 में जालंधर के डीआईजी एएस अटवाल की हत्या कर आतंकियों ने सरकार को खुली चुनौती दी. अटवाल की हत्या स्वर्ण मंदिर की सीढ़ियों पर की गई थी जब वह मत्था टेकने के बाद कार में बैठने के लिए जा रहे थे. उस समय तक जरनैल सिंह भिंडरावाला स्वर्ण मंदिर को अपना ठिकाना बना चुका था. जब अज्ञात हमलावर ने डीआईजी अटवाल पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं तब वह अपनी सरकारी कार और बॉडीगार्ड से कुछ ही कदमों की दूरी पर थे. बताया तो ये भी जाता है कि उस समय वहां पुलिसकर्मी भी तैनात थे जो आतंकी को पकड़ने की बजाय वहां से भाग गए थे.

2- इंदिरा गांधी पर चलाई गईं थीं अंधाधुंध गोलियांप्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या उनके ही दो सिख सुरक्षाकर्मी सतवंत सिंह और बेअंत सिंह ने कर दी थी. 31 अक्टूबर 1984 को जिस वक्त उनकी हत्या हुई उस वक्त वह सफदरगंज रोड पर अपने आवास पर थीं और साक्षात्कार देने के लिए जा रही थीं. ऐसा बताया जाता है कि उन्होंने हमेशा के लिए बेअंत सिंह का हालचाल पूछा उसी समय बेअंत ने बंदूक तान ली, जब तक कोई कुछ समझ पाता तब तक सतवंत सिंह ने अपनी स्टेन गन से गोलियां चलानी शुरू कर दीं. ऐसा कहा जाता है कि सतवंत सिंह ने इंदिरा गांधी पर 25 गोलियां चलाईं थीं वह जमीन पर गिर पड़ीं उसके बाद भी वह गोलियां चलाता रहा था. बेअंत ने रिवाल्वर ने इंदिरा गांधी के पेट पर 3 गोलियां मारी थीं. उस वक्त इंदिरा गांधी को एम्स में उनकी सरकारी गाड़ी से ले जाया गया था. बेअंत सिंह की गोली लगने से मौके पर मौत हो गई थी. सतवंत को गिरफ्तार कर लिया गया था. इसके बाद कई सप्ताह तक देश सिख विरोधी दंगों की आग में जला जिसमें सैंकड़ों निर्दोष बलिवेदी पर चढ़ गए.

3- 31 हजार फीट की ऊंचाई पर बम से उड़ा दिया विमान1985 में आतंकियों ने एयर इंडिया का कनिष्क विमान उड़ा दिया था, ये घटना हुई थी आयरलैंड के आसमान में, लेकिन इसका संबंध पंजाब और ऑपरेशन ब्लू स्टार से ही था. ऐसा कहा जाता है कि आतंकियों ने ऑपरेशन ब्लू स्टार का बदला लेने के लिए ही प्लेन को बम से उड़ाया था. इस फ्लाइट ने टोरंटों से दिल्ली के लिए उड़ान भरी थी. यूरोप की सीमा में दाखिल होते ही 31 हजार फीट की ऊंचाई पर फ्लाइट में जोरदार धमाका हुआ. विमान में सवार 22 क्रू मेंबर्स और 307 यात्री मारे गए. इस हमले का दोषी सिख आतंकी संगठन बब्बर खालसा को माना गया. हमले में सबसे ज्यादा 268 यात्री कनाडा के थे, इसके अलावा 10 अमेरिकी, 27 इंग्लैंड के और 2 भारतीय नागरिक भी इस प्लेन में सवार थे.

4- जब 38 हिंदुओं को बस से उतारकर मारा1987 में आतंकवादियों ने एक बस से उतारकर 38 हिंदुओं की हत्या कर दी थी, मरने वालों में मासूम बच्चे और महिलाएं भी शामिल थीं. यह एक ऐसी आतंकी घटना थी जिससे पंजाब ही नहीं बल्कि देश भर में खौफ बढ़ गया था. उस वक्त आल इंडियो रेडियो पर प्रसारित रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले के दौरान बस में 79 यात्री सवार थे, इसमें 11 ऐसे थे जिन्हें कुछ नहीं हुआ था. शेष घायल थे. पटियाला के तत्कालीन एसएसपी एस बरार ने उस वक्त जो बयान दिया था उस हिसाब से चंडीगढ़ जा रही हरियाणा रोडवेज की बस को चंडीगढ़ से 21 मील दूर जलालपुर गांव के पास रोका गया और पांच आतंकियों ने बस पर हमला बोल दिया था. इसमें 36 की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 2 ने बाद में दम तोड़ा.

5- बेअंत सिंह के कार में बैठते ही हुआ विस्फोटसाल 1992 में बेअंत सिंह ने सीएम पद संभाला और अलगावादी पर सख्ती से प्रहार शुरू कर दिया. वह काफी हद तक सफल भी हुए, लेकिन ये उन्होंने भी नहीं सोचा होगा कि जिस आतंकवाद के खात्मे के लिए वह जुटे हैं वही एक दिन उनके लिए काल बन जाएगा. साल 1995 में जब बेअंत सिंह सचिवालय के अंदर कार में थे तभी एक बम धमाका हुआ, इस धमाके में बेअंत सिंह समेत 17 लोगों की जान गई थी. जांच में सामने आया था कि पुलिसकर्मी दिलावर सिंह की सुसाइड बॉम्ब बनकर आया था.TV9 Bharatvarsh