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‘आंखे खोलो बाबू! मैं जा रही हूं’ बहन की हल्दी में नाचते-नाचते गई भाई की जान, घर में शव रखकर ही विदा की गई बेटी

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सिद्धार्थनगर: जनपद से एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। यहां चिल्हिया कस्बे में शादी के दिन दुल्हन की हल्दी लग रही थी। इसी बीच नाचते हुए अचानक भाई की मौत हो गई। परिजनों ने घर में शव रख बारातियों का स्वागत किया। बारात और शादी की रस्में विधि-विधान से पूरा होने के बाद दुल्हन और बारातियों को विदा किया गया। इसके बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार किया।

डांस करते-करते गिरा भाई और हो गई मौत

आपको बता दें कि चिल्हिया कस्बे के रहने वाले लोचन गुप्ता ने अपनी बेटी की शादी जनपद गोरखपुर के सिंघोरवा गांव में फिक्स हुई थी। 13 मार्च को उसका विवाह होना तय था। सोमवार शाम को बारात आना था और दिन में दुल्हन की हल्दी की रस्में चल रही थी। इस बीच घर में होम थियेटर पर गाना बज रहा था और किशोर, किशोरियां और महिलाएं डांस कर रही थी। दुल्हन का 19 वर्षीय भाई बैजू भी खुशी से डांस कर रहा था। इसी बीच वह नाचते समय अचानक से गिर गया। बैजू के गिरने के बाद वह बेहोश हो गया और आनन-फानन में जिला अस्पताल ले जाया गया।

भाई के शव के पास बैठकर रोती रही बहन

जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने उसे रेफर कर दिया। इसके बाद परिजन उसे निजी अस्पताल ले गए जहां उसकी मौत हो गई। परिजनों के अनुसार उसकी मौत दिल का दौरा और दिमाग की नस फटने के चलते हुई। वहीं जब बैजू के निधन की जानकारी मिली तो मंगल गीत गा रहीं महिलाएं रोने लगी। देखते ही देखते शादी की खुशियां मातम में बदल गईं। घटना के बाद दूल्हे की तरफ से लोग कुछ रिश्तेदारों को लेकर ही चिल्हिया पहुंचे। इसके बाद वहां शादी की रस्में पूरी की गई। दुल्हन के पिता ने सुबह चार बजे अपनी बेटी और बारातियों को विदा करने के बाद बैजू के शव को अंतिम संस्कार किया गया। वहीं भाई की मौत के बाद दुल्हन उसके शव के पास बैठकर रोती रही। इस बीच वह बार-बार कहती थी कि आंखें खोलो बाबू! मैं जा रही हूं।