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अमेठी में पीएम मोदी के सपनों को किया गया चकनाचूर, न दरवाजा और न पार्टीशन, फिर भी शौचालय चालू

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अमेठी में स्वच्छ भारत मिशन अभियान के अंतर्गत लोगों की सुविधा के लिए यह शौचालय बनाए गए थे. ऐसे में शौचालय बनने के बाद कुछ माह में ही गुणवत्ता विहीन और मानक विहीन लापरवाही के कारण जर्जर हो गया .कहीं दरवाजे टूट गए हैं, तो कहीं अंदर सीट ही नहीं है. पंचायत राज अधिकारी रतन कुमार ने बताया कि शासन के निर्देश पर ऐसे शौचालयों का हम सब ने सर्वे करा लिया है. हमारी रिपोर्ट आ गई है

आदित्य कृष्ण अमेठी – पीएम मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के दावे को अमेठी में ही विभागीय अधिकारियों ने चकनाचूर कर दिया है. यूपी के अमेठी में करोड़ों रुपये खर्च कर स्वच्छ भारत मिशन अभियान के तहत गांव-गांव बनाए गए शौचालय बदहाली के आंशू बहा रहे हैं. अधिकारियों का दावा है की ऐसे शौचालयों को चिन्हित कर लिया गया है और जल्द ही उन्हें सही कराया जाएगा. साथ ही लापरवाही बरतने वाले लोगों पर कठोर कार्रवाई भी की जाएगी. आलम यह है कि शौचालयों के निर्माण के बाद भी लोगों को खुले में शौच के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. वहीं इस कारण बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है. जिले में सैकड़ों शौचालय ऐसे हैं. जिनमें जमकर भ्रष्टाचार और लापरवाही हुई है.

तस्वीरों में जो शौचालय दिख रहा है . वह किसी और जिले का नहीं अमेठी का है. स्वच्छ भारत मिशन अभियान के अंतर्गत लोगों की सुविधा के लिए यह शौचालय बनाए गए थे. ऐसे में शौचालय बनने के बाद कुछ माह में ही गुणवत्ता विहीन और मानक विहीन लापरवाही के कारण जर्जर हो गया . कहीं दरवाजे टूट गए हैं, तो कहीं अंदर सीट ही नहीं है. इसके साथ ही अचरज करने वाली बात यह है कि कहीं-कहीं तो शौचालय के अपशिष्ट मल के लिए बनाया जाने वाला टैंक ही नदारद है. शौचालय जर्जर और प्रयोग लायक न होने की दशा में लोग आज भी खुले में शौच जाने के लिए मजबूर हो रहे हैं.

शौचालय निर्माण के लिए मिला सिर्फ आधा पैसा 
गांव की एक महिला श्रीमती देवी ने बताया कि गांव में बना शौचालय जर्जर हो गया है. जब से यह बना तभी से उपयोग लायक नहीं है. टैंक भी नहीं बना है ऐसे में दिक्कत यही होती है कि हम सब को खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है. वहीं एक और महिला चुनमुन ने बताया कि शौचालय का आधा पैसा मिला और आधा पैसा ही नहीं मिला. जिस कारण से हमने शौचालय नहीं बनवाया हमारा शौचालय आधा अधूरा है. वही गांव के एक युवक रोहित कुमार ने बताया कि शौचालय कई दिनों से जर्जर है. कई बार इसकी शिकायत भी की गई. लेकिन उसके बाद भी इस तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा. हमें तो पूरा पैसा भी शौचालय के निर्माण के लिए नहीं मिला थोड़ा बहुत पैसा मिला है ऐसे में उतने पैसे में से शौचालय तैयार नहीं हो सकता.

शौचालयों का सर्वे पूरा, जल्द होगी कार्रवाई
ऐसे शौचालयों को लेकर अपर जिला पंचायत राज अधिकारी रतन कुमार ने बताया कि शासन के निर्देश पर ऐसे शौचालयों का हम सब ने सर्वे करा लिया है. हमारी रिपोर्ट आ गई है और जल्दी ऐसा शौचालयों को दुरुस्त कराया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यदि कहीं भी जिम्मेदारों द्वारा लापरवाही बरती गई होगी. तो शासन भी सख्त है उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी.