चरखे में एक घंटे तक फंसा रहा शव, MP से आया था कवर्धा मजदूरी के लिए
जिले में करीब 200 से अधिक गुड़ फैक्ट्री संचालित होती है। पूर्व में भी इन फैक्ट्री में हुए हादसे में कई श्रमिकों की मौत हो चुकी है। इसके बाद भी सुरक्षा के कोई खास प्रबंध नहीं किए जा रहे है। जिले के सभी गुड़ फैक्ट्री में काम करने के लिए यूपी व एमपी से श्रमिक आते है, जो नवंबर माह से लेकर मई माह तक काम करते है।
कवर्धा – कबीरधाम जिले में संचालित एक गुड़ फैक्ट्री में 16 साल के लड़के की दर्दनाक मौत हो गई। लड़का मध्य प्रदेश से मजदूरी करने के लिए आया था। काम के दौरान वह गन्ना पेराई करने वाले चरखे की चपेट में आ गया। बताया जा रहा है कि करीब एक घंटे तक उसका शव फंसा रहा। सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और शव को निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। मामला पिपरिया थाना क्षेत्र का है।
थाने के एसआई प्रताप सिंह ने बताया कि, यह घटना सोमवार सुबह करीब 11 बजे की है। मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले के गढ़ी थाना क्षेत्र निवासी फग्गन सिंह (16) पुत्र सुखलाल ग्राम चरडोंगरी स्थित गन्ना मिल में काम करने के लिए आया था। यहां चरखे में फंसकर उसकी मौत हुई है। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजन को सौंप दिया गया है। बताया कि रिपोर्ट आने के बाद गुड़ फैक्ट्री संचालक के खिलाफ मामला दर्ज होगा।
प्रदेश में सबसे ज्यादा गुड़ फैक्ट्री कबीरधाम जिले में
राज्य में सबसे ज्यादा गन्ने की खेती कबीरधाम जिले में होती है। इस साल करीब 30 हजार से अधिक हेक्टेयर में गन्ने की फसल है। आमतौर पर किसान अपने गन्ने को जिले के दो सहकारी शक्कर कारखाना में बेचते है। इन दोनों कारखाना में 350 रुपये प्रति क्विंटल की रेट में गन्ना बेचते है। वहीं गुड़ फैक्ट्री में वर्तमान समय में 280 से 300 रुपये प्रति क्विंटल के रेट पर गन्ना बिक रहा है। शक्कर कारखाने में गन्ने बेचने की पर्ची नहीं मिलने के कारण किसान गुड़ फैक्ट्री पहुंचते है।