रायपुर – छ .ग. में कांग्रेस के बीच की कलह मिटती नजर आ रही है। 2018 के चुनाव से साथ मिलकर काम करने वाली मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मंत्री टीएस सिंहदेव की जोड़ी के बार फिर साथ नजर आ रही है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के कथित ढाई-ढाई साल के फार्मूले के बाद दोनों नेताओं के लम्बे समय से बीच दूरियां देखी जा रही थी। मंत्री टीएस सिंहदेव उर्फ़ टीएस बाबा ने जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समानांतर हवाई यात्रा शुरू की,तो वह सूबे में अलग थलग दिखाई देने लगे थे। बस्तर में उनके प्रवास के दौरान प्रोटोकाल के बावजूद एसपी और कलेक्टर के नदारद होने पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा था कि बस्तर में एक नई चीज देखने को मिली है. बस्तर के कलेक्टर और एसपी गायब हैं, एक सामान्य सा शिष्टाचार होता है, मैं भी एक विभाग का मंत्री हूं. एक समन्वयक के तहत वो आ सकते थे।
सीएम भूपेश ही बने रहेंगे मुख्यमंत्री पद का चेहरा पंजाब की तरह छत्तीसगढ़ में भी नेतृत्व परिवर्तन की आशा लगाकर बैठे सिंहदेव बीते कुछ दिनों से शांत नजर आ रहे हैं। सोमवार को छत्तीसगढ़ की राजनीति से जुड़ी रोचक तस्वीर सामने आई। लम्बे समय के बाद सीएम भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव एक साथ नजर आये। दरअसल सुबह सीएम भूपेश बघेल अपने भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान कवर्धा के लिए रवाना हो रहे थे,इसी दौरान उनके साथ सिंहदेव भी उनके साथ एक ही हेलीकॉप्टर में रवाना हो गए। दरअसल सिंहदेव कवर्धा के प्रभारी मंत्री हैं लेकिन इस बार पहली दफा हुआ है, जब दोनों नेता भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में एक साथ नजर आ रहे हैं। कबीरधाम जिले की कवर्धा विधानसभा सीट में दोनों नेता झलमला पहुंचकर जनता के बीच चौपाल लगाने पहुंचे हैं।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जैसे ही भेंट प्रदेश स्तरीय मुलाकात कार्य्रकम शुरू किया था, ठीक उसी तर्ज पर मंत्री टी एस सिंहदेव ने अपने निजी हेलीकॉप्टर से राज्य के सभी जिलों के दौरे पर जाने की योजना पर काम शुरू कर दिया था। 4 मई को दिनों नेताओं ने अपनी-अपनी हवाई यात्रायें शुरू कर दी थीं। सीएम भूपेश बघेल ने सिंहदेव के क्षेत्र सरगुजा से दौरा शुरू किया, तो वहीं टी एस सिंहदेव बस्तर पहुंच गए थे। दोनों नेताओं की समानांतर प्रदेश स्तरीय यात्राओं को सियासी दौड़ के तौर पर देखा जा रहा था। हालांकि सिंहदेव ने बाद में अपने हवाई दौरे रोक दिए थे,जबकि सीएम भूपेश बघेल की भेंट मुलाकात यात्रा अब भी जारी है।
हाल ही में उन्होंने अपने एक बयान में कहा था कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी की सरकार है, यहां अगले चुनाव में मुख्यमंत्री पद का चेहरा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल होंगे और उन्ही के चेहरे पर विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। सिंहदेव के इस बयान के बाद लगभग साफ़ हो गया था कि छत्तीसगढ़ में कुर्सी की जंग थम चुकी है और जय वीरू की जोड़ी के नाम से मशहूर रही भूपेश बघेल और टी एस सिंहदेव की जोड़ी सारे गिले शिकवे मिटाकर एक साथ हैं।