मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घोषणा के तीन साल बाद भी भवन निर्माण कार्य अधुरा
गरियाबंद – छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के महिला स्वसहायता समूहो को रोजगार से जोड़कर मजबूत बनाने के लिए वन धन केन्द्र भवन निर्माण करने की घोषणा अगस्त 2019 में किया था और मैनपुर में वन धन केन्द्र भवन का निर्माण लगभग 19 लाख 60 हजार रूपये की लागत से प्रारंभ किया गया लेकिन आर ई एस विभाग के लचर कार्यप्रणाली के चलते अब तक मुख्यमंत्री का घोषणा अधुरा रह गया और आरईएस विभाग ने वन धन केन्द्र भवन का निर्माण कार्य पूर्ण नही कर पाया है और तो और लोगो को दिखाने के लिए भवन के बाहरी दीवार को रंग -रोगन से चकाचक कर दिया गया है जिससे देखने वाले को यह लगे कि यह भवन पूर्ण हो चुका है लेकिन यह भवन अब भी अधुरा है और तो और भवन के अंदर फ्लोरिंग और प्लास्टर का कार्य नही हुआ है।
आर ई एस के जिला अधिकारी फोन नही उठाते
इस भवन के अधुरे निर्माण के संबंध में जानकारी लेने के लिए जब ग्रामीण विकास विभाग के कार्यपालन अभियंता गरियाबंद आर के वर्मा के मोबाईल पर फोन किया गया तो उन्होने अपना पक्ष रखना जरूरी नही समझा,
मुख्यालय में जब भवन की यह हाल है तो ग्रामीण ईलाको के गांव में क्या होगा
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घोषणा के बावजूद आरईएस विभाग ने तहसील मुख्यालय मैनपुर के भीतर पिछले तीन वर्षो में एक भवन निर्माण कार्य पूर्ण नही कर पाया तो इस विभाग के अन्य कार्य जो ग्रामीण अंचलो गांव में चल रहा है उसके बारे में बताने की जरूरत ही नही है आज भी दर्जनो विभाग के निर्माण कार्य अधुरे पड़े हुए है।
गरियाबंद कलेक्टर से कांग्रेस अध्यक्ष ने कार्यवाही की मांग किया है
इस संबंध में शहर कांग्रेस कमेटी मैनपुर के अध्यक्ष रामकृष्ण ध्रुव ने गरियाबंद जिले के कलेक्टर प्रभात मलिक से मांग किया है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घोषणा के अनुरूप इस भवन का निर्माण कार्य एक वर्ष में पूर्ण हो जाना था। कार्य में लापरवाही बरतने वाले संबंधित विभाग के अधिकारी कर्मचारियों पर कलेक्टर से कार्यवाही करने की मांग की है।
क्या कहते है एसडीओ
आरईएस विभाग के एसडीओ मैनपुर विजय देवांगन ने अधुरे को जल्द पूरा करने की बात कही है। उन्होने कहा यह निर्माण कार्य उनके यहां आने के पूर्व का है भवन के अंदर प्लास्टर, रंग -रोंगन का कार्य अधुरा है।
विजय देवांगन एसडीओ