कोरबा – शनिवार सुबह हाथियों के दल के कारण करीब 2 घंटे तक पेंड्रा-बैकुंठपुर मार्ग जाम रहा। कोरबा जिले के पसान वन परिक्षेत्र में इन दिनों 25 हाथियों ने डेरा डाला हुआ है। जंगल से निकलकर हाथी सड़क के पास मंडराते रहे। वे सड़क के बीचोंबीच भी आ गए, जिसके कारण वहां से गुजरने वाली गाड़ियां फंस गईं।
ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी। रेंजर धर्मेंद्र कुमार चौहान ने कहा कि जैसे ही उन्हें खबर मिली, वे अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने लाउडस्पीकर के जरिए लोगों को हाथियों से दूर रहने की हिदायत दी।
वहीं मशाल जलाकर ग्रामीणों के घर की सुरक्षा भी की गई। इधर हाथियों के डर से गांववाले रतजगा करने को मजबूर हैं। हाथियों ने कई किसानों की फसल को भी रौंदकर बर्बाद कर दिया है।
गुरुवार रात पुल के नीचे गड्ढे में फंस गया था नन्हा हाथी
15 सितंबर गुरुवार को कटघोरा वनमंडल में गुरुवार शाम एक नन्हा हाथी सड़क पार करते हुए पुल के गड्ढे में फंस गया था। उसे बचाने के लिए भी हाथियों का दल सड़क के पास जमा हो गया था। इसके कारण कटघोरा-चोटिया नेशनल हाईवे- 130 करीब 3 घंटे तक जाम रहा था। बाद में वन विभाग की टीम ने नन्हे हाथी का सफल रेस्क्यू किया था। घटना एतमा रेंज की थी।
एतमा नगर रेंजर मनीष सिंह, DFO प्रेमलता यादव और रेंजर केंदई अभिषेक दुबे पूरे रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान मौजूद रहे थे। उन्होंने कहा कि मड़ई के पास NH- 130 पर हाथियों का दल गुरुवार शाम 6 बजे सड़क पार कर रहा था, उसी दौरान एक शावक पास में ही बने पुल के गड्ढे में फंस गया था। उसकी मां और अन्य हाथी उसे बचाने के लिए आए, लेकिन वो गड्ढे से नहीं निकल पाया था। गांववालों की सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने देर रात उसे रेस्क्यू किया था।
इधर वन विभाग ने ग्रामीणों को जंगल में नहीं जाने, हाथियों से दूर रहने और रात में घर से बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी है। वन विभाग की टीम और हाथी मित्र दल मशाल जलाकर और व्हिसल के माध्यम से हाथियों को रोकने की कोशिश कर रहे हैं। वन विभाग की कोशिश यही है कि तमाम उपायों के जरिए हाथियों को इंसानों से दूर रखा जाए।