रायपुर – नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल का मानना है कि भाजपा का नेटवर्क गांवों तक, बूथों तक है। 2023 के चुनाव में प्रदेश में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी। रही बात चुनौती कि तो हमारे सामने बहुत ज्यादा चुनौती नहीं है। कांग्रेस की जो नाकामियां हैं वे हमारे सत्ता तक पहुंचने के रास्ते को आसान करने वाली है। चंदेल ने भास्कर से कई मुद्दों पर बातचीत की।
भाजपा में जो भी पार्टी हाईकमान का निर्देश होता है वह शिरोधार्य होता है। हम छोटे कार्यकर्ताओं को चुनावी वर्ष में बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी है। इसलिए पार्टी की कसौटी पर हम खरा उतरने की कोशिश करेंगे।हमारी पार्टी की कार्यपद्धति सभी समाज को साथ लेकर चलने की रही है। पीएम मोदी ने कहा है, सबका साथ- सबका विकास, सबका प्रयास और सबका विश्वास। इस ध्येय को लेकर हमें काम करने की जरूरत है।बहुत से निर्णय समय की मांग के अनुरूप लिए जाते हैं। प्रदेश के सभी वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन और दिशा निर्देश में हम लोग काम करेंगे। सबसे पूछकर हम काम करेंगे।
यह आंकलन किया था कि 15 साल सत्ता में रहने के बाद भाजपा हार जाएगी?
-15 साल की सरकार में कई बार लोग बदलाव चाहते हैं। उसी प्रक्रिया में लोगों ने बदलाव चाहा। हमें इस बात का आभास नहीं था कि हम 15 पर आ जाएंगे। चुनाव आते- आते लगने लगा था कि हम चुनाव हार जाएंगे।पार्टी फोरम में इसकी समीक्षा होती है। पिछले साल जगदलपुर में दो दिन की चिंतन बैठक हुई। परिणाम को लेकर आगे की रणनीति और कार्ययोजना पर भी चर्चा की गई।
एक कार्यकर्ता के रूप में हार को लेकर आपका क्या आंकलन था?
-कांग्रेस का ये नारा चल गया था कि वक्त है बदलाव का। दूसरा, किसानों को समर्थन मूल्य में धान खरीदी का असर भी गांवों तक गया।सब लोग मिलकर परिश्रम करेंगे। भाजपा का नेटवर्क गांवों तक है, बूथों तक है। 2023 के चुनाव में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी। हमारे सामने बहुत ज्यादा चुनौती नहीं है। इनकी जो नाकामियां हैं वे हमारे सत्ता तक पहुंचने के रास्ते को आसान करने वाली है।
सत्ता में वापसी के लिए भाजपा में किस तरह का बदलाव देखना चाहते हैं?
-हमारे नए प्रदेश अध्यक्ष कैडर से हैं। ऊर्जावान और जुझारू हैं। मेरी जानकारी के अनुसार, उनकी नई टीम बनने वाली है। सबसे बड़ी बात है टीम वर्क के साथ काम करना। आम जनता भाजपा को लाना चाहती है। लोगों का मानस बनने लगा है। चुनाव आते आते वह पूरी तरह तैयार हो जाएगा। अब लोग कहने लगे हैं कि भूपेश की सरकार को जाना चाहिए और भाजपा की सरकार आनी चाहिए।