रायपुर – छत्तीसगढ़ के इकलौते सुपरस्पेशलिटी अस्पताल डीकेएस के चिकित्सकों ने एक अगस्त को सामूहिक अवकाश पर जाने का निर्णय लिया है। इससे ओपीडी व अन्य स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रहेंगी। चिकित्सकों ने इसकी सूचना अस्पताल अधीक्षकों को दे दी है।
चिकित्सकों का कहना है कि शासन के आदर्श भर्ती नियम-2019 के तहत संविदा में कार्यरत चिकित्सा शिक्षकों के संविलियन के लिए निर्देशित किया गया है। लेकिन, पत्र में डीकेएस सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल एवं रिसर्च सेंटर का उल्लेख नहीं है, जबकि यह प्रदेश का एकमात्र चिकित्सा संस्थान हैं, जहां सुपर स्पेशलिटी कोर्सेस (एमसीएच) का अध्यापन होता है तथा यहां के 95 प्रतिशत चिकित्सा शिक्षक विगत 8-10 वर्षों से संविदा पर कार्यरत हैं।
चिकित्सकों का कहना है कि संविलियन को लेकर शासन को कई बार अवगत कराया गया है, लेकिन अब तक निर्णय नहीं लिया गया है। मजबूर होकर एक अगस्त को सामूहिक अवकाश में जाने का निर्णय लिया गया है। इसके बाद भी शीघ्र मांग पूरी नहीं होती है तो हड़ताल पर जाने के लिए बाध्य होंगे।
कर्मचारी संघों की बैठक कल, अगस्त से कर सकते हैं अनिश्चितकालीन हड़ताल
34 प्रतिशत महंगाई भत्ता और केंद्र के समान गृहभाड़ा भत्ता की मांग को लेकर कर्मचारी संघों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। कर्मचारी संघों ने शुक्रवार को अपनी मांगों के समर्थन में प्रदेश के संभाग व जिला स्तर पर रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के आह्वान पर सोमवार 29 जुलाई से शुक्रवार 29 जुलाई तक प्रदेश भर के कर्मचारी सामूहिक अवकाश लेकर हड़ताल पर हैं और शुक्रवार को इसका आखिरी दिन था।
पांच दिन पूरी तरह से ठप रहा कामकाज
कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से पांच दिनों तक आबकारी, कलेक्ट्रेट, तहसील कार्यालयों, स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, लोनिवि, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, नगर निगम जैसे कई महत्वपूर्ण विभाग में पूरी तरह से कामकाज ठप रहा। एक ओर अपना काम होने की उम्मीद में शासकीय कार्यालय पहुंचे लोगों को मायूस होकर लौटना पड़ा। साथ ही राज्य शासन को भी राजस्व की हानि हुई है।