आदित्य ठाकरे ने कहा कि शिवसेना से गद्दारी करने वाले हमसे सवाल पूछने की बातें कर रहे हैं, लेकिन वे इस लायक नहीं हैं। गद्दारों को तो खुद यह बताना चाहिए कि उन्होंने पीठ में खंजर भोंकने का काम क्यों किया।
मुंबई – एकनाथ शिंदे गुट की बगावत के चलते महाराष्ट्र की सत्ता से बेदखल हुआ ठाकरे परिवार अब बेहद सक्रिय है। शिवसेना को बचाने के लिए आदित्य ठाकरे ‘शिव संवाद यात्रा’ निकाल रहे हैं। आदित्य की यह यात्रा शुक्रवार को नासिक जिले के मनमाड पहुंची, जहां उन्होंने एक रैली को संबोधित करते हुए बागियों पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि शिवसेना से गद्दारी करने वाले हमसे सवाल पूछने की बातें कर रहे हैं, लेकिन वे इस लायक नहीं हैं। गद्दारों को तो खुद यह बताना चाहिए कि उन्होंने पीठ में खंजर भोंकने का काम क्यों किया। बालासाहेब ठाकरे की विरासत के साथ धोखा क्यों किया।
आदित्य ठाकरे ने कहा कि यदि आप देशद्रोही नहीं होते, तो मैं आपके आरोपों और सवालों का जवाब देता। बता दें कि नासिक से एकनाथ शिंदे गुट के विधायक सुहास कांडे ने आज ही ऐलान किया था कि वह आदित्य ठाकरे से सवाल पूछने जा रहे हैं। ऐसे में आदित्य ठाकरे के बयान को उन्हें जवाब के तौर पर देखा जा रहा है। इस मौके पर आदित्य ठाकरे ने बागी विधायकों को एक बार फिर देशद्रोही करार दिया। उन्होंने सवाल दागते हुए कहा कि एक अच्छे मुख्यमंत्री, एक अच्छे आदमी के साथ जो किया गया, क्या वह सही था। उन्हें बताना चाहिए कि क्या इस तरह से विश्वासघात करना चाहिए या पीठ में खंजर ठोकना चाहिए।
आदित्य ठाकरे ने कहा कि उन गद्दारों को यह बताना चाहिए जिस शख्स ने हमारा परिचय कराया, मुश्किल वक्त में हमारा साथ दिया, टिकट दिया, हमारे लिए प्रचार किया, हमने उसकी पीठ में छुरा क्यों मारा? उन्होंने कहा कि उद्धव जी ने बीते ढाई साल तक जमकर किया और लोगों के लिए पल-पल समर्पित कर दिया। उद्धव साहब 24 घंटे लोगों के लिए काम करते थे। उन्होंने ढाई साल का एक-एक पल जनसेवा के लिए बख्शा है। कभी-कभी मैं अपनी मां के पास जाता था और इस बारे में बहस करता था। मैं उन्हें बहुत सी बातें बताना चाहता था, लेकिन उद्धव ठाकरे हमेशा बैठकों और काम में व्यस्त रहते थे। जब मैं उनसे बात करने जाता था तो वह कहते थे, ‘काम की बात करो, राज्य की बात करो।’
उद्धव ठाकरे ने सर्जरी के दौरान भी कहा- सिर्फ काम पर दो ध्यान
उन्होंने बीते साल उद्धव ठाकरे की सर्जरी का भी जिक्र किया। आदित्य ने कहा कि जिस दौरान उनकी सर्जरी हुई थी, उसी दौर मुझे एक सम्मेलन के लिए स्कॉटलैंड जाना पड़ा। मैंने उनसे पूछा, पापा आपका ऑपरेशन हुआ है। ऐसे में क्या मुझे स्कॉटलैंड जाना चाहिए या नहीं? उस पर उद्धव साहब ने कहा, आदित्य मेरी चिंता मत करो। आप महाराष्ट्र के मंत्री हैं और उसके मुताबिक ही काम करो।