कोरोना संदिग्ध महिला का वीडियो वायरल करने पर प्रशासन ने सख्त एक्शन लिया है। वीडियो पोस्ट करने वाली स्टाफ नर्स को निलंबित किया गया है। वीडियो बनाने वाले लैब टेक्नीशियन से 3 दिन के अंदर जवाब मांगा है। कलेक्टर शिखा राजपूत तिवारी ने कार्रवाई को अंजाम दिया है।
वहीं कोरोना की संदिग्ध महिला की रिपोर्ट निगेटिव आई है। महिला ने अफवाह फैलाने के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कोरोना संक्रमित रोगी की पहचान उजागर करने वाले के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। बताया जा रहा है कि एक शख्स ने कोरोना पीड़ित मरीज का नाम और तस्वीर सोशल मीडिया पर उजागर किया था। जानकारी होने पर सिविल लाइन पुलिस ने आरोपी के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस आरोपी की फोन नंबर के आधार पर तलाश कर रही है।
गौरतलब है कि राज्य शासन ने आम जनता से अपील की है कि वो सोशल मीडिया पर भ्रामक, अपुष्ट और फेक खबरों पर विश्वास करने और उसे अन्य ग्रुप में प्रसारित करने से बचें। ऐसी खबरों से आम जनता में भय और अनिश्चितता का वातावरण पैदा होता है।
राज्य शासन ने कहा है कि आम जनता केवल अधिकृत और पुष्ट जानकारी को ही सोशल मीडिया में पोस्ट करें। राज्य शासन ने यह भी निर्देश दिए है कि फेक न्यूज और अफवाह फैलाने वालों पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी। शासन ने लोगों से आग्रह किया है कि कोरोना वायरस से बचाव और उपचार में प्रशासन का सहयोग करें।