यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के आह्वान पर आज से देशभर के बैंकों में 2 दिवसीय हड़ताल शुरू हो रही है। बैंककर्मी अपनी मांगों को लेकर चरणबद्ध तरीके से हड़ताल पर रहेंगे। वेतन विसंगति और काम के घंटे समेत कई लंबित मांगों का निराकरण नहीं होने से बैंक कर्मचारी नाराज है। हड़ताल के दौरान कर्मचारी रैली भी निकालेंगे।
कर्मचारियों का कहना है कि ये हड़ताल देश की अर्थव्यवस्था के मजबूत स्तंभ राष्ट्रीयकृत बैंकों को बचाने के लिए की जा रही है। बैंकों में हड़ताल से कामकाज पर असर पड़ेगा।
हड़ताल के कारण मध्य प्रदेश के करीब 15 लाख अधिकारी, कर्मचारी और पेंशनरों को जनवरी का वेतन और पेंशन मिलने में देरी होगी। इंदौर में दो दिनी हड़ताल में 650 बैंक शामिल होंगे।
हड़ताल की वजह से बैंकों को 50 हजार करोड़ का नुकसान होगा। 1 फरवरी को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट पेश होने जा रहा है। वहीं मार्च वित्तीय वर्ष का आखिरी महीना होने पर हड़ताल की वजह से बैंक का काम प्रभावित होगा।
बता दें कि 6 जनवरी को हुई हड़ताल में छह बैंक यूनियन शामिल थे। इस बार 9 बैंक यूनियन शामिल हो रहे हैं। बैंक यूनियनों ने 1 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी भी दी है।