आयुर्वेद में कई सालों से इस्तेमाल में लिए जा रहे आंवले में कई पौष्टिक तत्त्व उपस्थित होते हैं. इसे स्वास्थ्य वर्धक रखने के अतिरिक्त बालों का चमकदार बनाए रखने के लिए भी अच्छा माना गया है. इसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला विटामिन-सी प्रचुर मात्रा में होता है. एक चीनी के जार में कुछ आंवलों को डालकर रखने से ये कभी बेकार नहीं होते. ऐसे में प्रतिदिन एक आंवला चबाकर खाना लाभकारी है.
सैर से लौटने पर एक आंवला खाना आदमी को ऊर्जा से भर देता है. हरे धनिए की चटनी या खटाई की स्थान पर भी आंवले को इस्तेमाल में ले सकते हैं. इसे कुछ समय के लिए यदि धूप में सुखा दिया जाए तो आंवला पाचक बनाया जा सकता है जो पाचनप्रणाली को सुधारता है.
इसके अतिरिक्त लोहे की कढ़ाही में कुछ आंवलों को भिगोने के बाद उबालकर और ठंडा कर बालों में लगाने से बाल काले और चमकदार होते हैं. इसका ऑयल भी उपयोगी होता है. कब्ज व अपच की समस्या भी इससे दूर हो जाती है.