शरीर के बेहतर कामकाज और ब्लड सर्कुलेशन को सही रखने के लिए धमनियों का स्वस्थ होना बहुत जरूरी है। इसके बंद होने पर ब्लड सर्कुलेशन का कार्य बुरी तरह से प्रभावित होता है, जिससे शरीर को कई बीमारियां घेर लेती है। इस स्थिति में मरीजों की नसें निष्क्रिय हो जाती हैं। कई बार मरीजों को इस बात का पता तक नहीं चल पाता। शरीर में दर्द रहना, अंगों का फड़कना, हाथ-पैर का संवेदनहीन होना आदि इसके लक्षण हैं
लंबे समय तक एक ही दिशा में काम करने वाले कामकाजी युवाओं में यह समस्या अधिक देखी जा रही है। कुछ खराब आदतों की वजह से जैसे, देर तक बैठे रहना या स्मोकिंग, मसालेदार खाना और एक्सरसाइज नहीं करने की वजह से भी नसों के ब्लॉक होने का खतरा होता है।
नसों के ब्लॉक होने पर आपको प्रभावित हिस्से में गांठ, जलन हो सकती है। इसके अलावा आप छाती में दर्द, सांस की कमी, दिल की घबराहट, कमजोरी या चक्कर आना, जी मिचलाना और पसीना आना जैसे लक्षण भी महसूस कर सकते हैं। कई मामलों में किसी बड़ी घटना जैसे कि दिल का दौरा, लकवा या स्ट्रोक होने तक का खतरा हो सकता है।
एक्सपर्ट मानते हैं कि नसों के जाम होने के कई कारण हैं जिनमें मुख्यतः शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ना, अधिक मात्रा में स्मोकिंग करना, डायबिटीज के मरीज को ब्लड सुगर लेवल बढ़ना, जेनेटिक कारण, खराब जीवनशैली, स्ट्रेस और मोटापा शामिल हैं।
ब्लॉक नसों को खोलने का दमदार उपाय
इसके
लिए आपको कुछ चीजें चाहिए जिसमें 1 ग्राम दाल चीनी, 10 ग्राम साबुत काली
मिर्च, 10 ग्राम तेज पत्ता, 10 ग्राम मगज, 10 ग्राम मिश्री डला, 10 ग्राम
अखरोट गिरी, 10 ग्राम अलसी शामिल हों।
इन चीजों को मिक्सी में पीस लें और 6-6 ग्राम की पुड़िया बना लें। रोजाना सुबह खाली पेट एक पुड़िया को गुनगुनें पानी से सेवन करें और उसके एक घंटे तक कुछ भी न खाएं। चूंकि यह सभी चीजें सेहत के लिए बेहतर हैं, तो इस उपाय का कोई दुष्प्रभाव नहीं है।