Home जानिए लाल चींटियों के घर में होने के 4 नुकसान और 5 फायदे

लाल चींटियों के घर में होने के 4 नुकसान और 5 फायदे

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चींटियां मूलत: दो रंगों की होती है लाल और काली। काली चींटी को शुभ माना जाता है, लेकिन लाल को नहीं। लाल को क्यों अशुभ माना जाता है? आओ जानते हैं इस बारे में 5 शुभ और अशुभ मान्यता के बारे में।

घर में होने के नुकसान

1.लाल चिंटियों के बारे में कहा जाता है कि घर में उसकी संख्‍या बढ़ने से कर्ज भी बढ़ता जाता है

2.यह भी मान्यता है कि इनके घर में होने का मतलब है निकट भविष्य में कोई संकट आने वाला है। मतलब यहकि घर में यदि अचानक दाना इकठ्ठा करती हुई चींटियां पैदा हो जाए तो कहा जाता है कि आने वाले समय में आपके घर में कुछ बुरा होने वाला है।

3.लाल चिंटियों के घर में रहने से घरेलू पौधे, भोजन, ड्रायफूड, टाइल्स आदि को भी नुकसान होता है।

4.लाल चिंटियां काटने वाली होती है। उनके काटने से काटने वाली जगह पर लाल फुं‍सी हो जाती हैं जहां बहुत देर तक खुजली चलती रहती है।

बाहर होने के फायदे

1.लाल चींटियों की कतार मुंह में अंडे दबाए निकलते देखना शुभ है। सारा दिन शुभ और सुखद बना रहता है।

2.जो चींटी को आटा देते हैं और छोटी-छोटी चिड़ियों को चावल देते हैं, वे वैकुंठ जाते हैं।

3.कर्ज से परेशान लोग चींटियों को शकर और आटा डालें। ऐसा करने पर कर्ज की समाप्ति जल्दी हो जाती है।

4.चींटियों को शकर मिला आटा डालते रहने से व्यक्ति हर तरह के बंधन और संकट से मुक्त हो जाता है।

5.अगर काफी सारी चींटियां एक साथ एक लाइन में चले तो ये भारी और तेज बारिश होने का संकेत है। इसके साथ ही ये अच्छी फसल होने का संकेत भी देती है।

चींटियों की हत्या से लगता है पाप

चींटियों के मारने की दाव से सारी लाल चींटियों को मार देने वाले लोगों को पाप लगता है। हजारों चींटियों की हत्या करने से आपको उनका दोष भी लगता है। इसका मतलब यह कि एक समस्या से छुटकारा मिला तो दूसरे में फंसे। लाल चींटियों के चक्कर में काली भी मारी जाती है। ऐसे में आप क्या करेंगे?

लाल चींटियों को भागाने का तरीका

लाल चींटियों को किसी दवाई से मारे नहीं बल्कि एक आसान सा तरीका अपनाएं। आपके घर में नींबू तो होगा ही। बस उसके कुछ छिलके निकालकर उसके टूकड़े टूकड़े करके उन्हें लाल चींटियों वाले स्थान पर रख दें। कुछ ही समय में वे चींटियां वहां से भाग जाएगी। दूसरा उपाय तेजपत्ता के टूकड़े भी डाल सकते हैं। इसी तरह और लौंग या कालीमिर्च का उपयोग भी कर सकते हैं।