सात साल पहले पेशे से शिक्षक बायजू रविंद्रन का नाम देश भर में कोई नहीं जानता था। लेकिन देश में बच्चों की पढ़ाई को ध्यान में रखते हुए एक मोबाइल एप की शुरुआत करने के बाद से अब वो इसकी मदद से अरबपतियों के क्लब में शामिल हो गए हैं।
10 अरब के पार मिली फंडिंग
रविंद्रन की कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड को 10 अरब रुपये की फंडिंग मिली। इसके बाद रविंद्रन अरबपतियों के क्लब में शामिल हो गए। इससे बायजूस एप को संचालित वाली कंपनी की कुल वैल्यू 3.92 हजार करोड़ रुपये के पार चली गई। रविंद्रन की इस कंपनी में 21 फीसदी की हिस्सेदारी है।
अमेरिका में होगा लॉन्च
अगले साल तक 37 साल के रविंद्रन अपने एप को वॉल्ट डिजनी के साथ मिलकर के अमेरिका में लॉन्च करेंगे। बायजूस एक स्टार्टअप कंपनी है, जिसे सात साल पहले बंगलूरू में शुरू किया गया था। भारत में ऑनलाइन शिक्षा देने का बाजार धीरे-धीरे तेजी से बढ़ रहा है। सरकार से मिले सहयोग के कारण अब एक से लेकर के 12वीं तक की शिक्षा लेने के लिए बच्चों को एप से ही सारे विषय पढ़ने को मिल रहे हैं।
30 अरब के पार कमाई
बायजूस की कमाई मार्च 2020 तक 30 अरब रुपये के पार जा सकती है। फिलहाल कंपनी हालिया संपन्न हुए क्रिकेट विश्व कप में भी सह प्रायोजक था। रविंद्रन का बचपन एक गांव में बीता, जहां उसके माता-पिता भी एक स्कूल में पढ़ाते थे। पेशे से इंजीनियर रविंद्रन अपने दोस्तों को आईआईएम और आईआईटी की परीक्षा पास कराने में मदद किया करते थे। क्लास में भीड़ होने के बाद वो स्टेडियम में पढ़ाया करते थे।