पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव का प्रचार शुरू होने से पहले से लेकर नतीजों के बाद अबतक हिंसा की घटनाएं लगातार हो रही हैं। इसके मद्देनजर केंद्र सरकार ने राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार को आगाह किया है। इस बीच पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। वह रविवार को ही कोलकाता से दिल्ली पहुंचे।
पश्चिम बंगाल में पिछले कुछ समय से बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच लगातार झड़प की घटनाएं हो रही हैं। शनिवार को भी इसी तरह की झड़प में 4 लोगों की जान चली गई। इसके बाद केंद्र सरकार ने ममता सरकार को एक एडवाइजरी जारी की। गृह मंत्रालय की तरफ से जारी इस एडवाइजरी में कहा गया, ”पिछले कुछ हफ्तों से राज्य में बगैर उकसावे के हो रही हिंसा, कानून व्यवस्था बनाए रखने और जनता के बीच विश्वास कायम करने में राज्य के कानून लागू करने वाले तंत्र की नाकामी लगती है।”
इधर, बंगाल पुलिस से टकराव के बाद बीजेपीा आज बंगाल में काला दिवस मना रही है। उत्तर 24 परगना में शनिवार को हुई झड़प हुई बीजेपी कार्यकर्ताओं के अंतिम संस्कार को लेकर बंगाल पुलिस और बीजेपी नेताओं के बीच तनातनी हो गई थी। रविवार को बशीरहाट में अंतिम दर्शन के लिए बीजेपी कार्यालय ले जाए जा रहे शवों को पुलिस ने रोका था, जिसके बाद पुलिस पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए बीजेपी ने सोमवार को बशीरहाट में 12 घंटे का बंद और पूरे बंगाल में काला दिवस मनाने का एलान किया।
बंगाल में जारी हिंसा पर गृह मंत्रालय की एडवाइजरी के जवाब में पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव मलय कुमार डे ने गृह मंत्रालय को पत्र लिख कर जवाब दिय है। इसमें उन्होंने राज्य में हालात काबू में होने का दावा किया है। पत्र में लिखा है कि चुनाव के बाद कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा हिंसा की गई थी। इस प्रकार के मामलों को रोकने के लिए अधिकारियों द्वारा बिना किसी देरी के कार्रवाई की गई। मलय ने आगे लिखा कि राज्य में स्थिति नियंत्रण में है और इस प्रकार की घटनाओं के आधार पर राज्य में कानून व्यवस्था को असफल नहीं माना जा सकता।