नया रायपुर स्थित हिदायतुल्लाह विधि विश्वविद्यालय में काम करने वाले 45 कर्मचारियों को नए ठेकेदार ने बाहर कर दिया है। आक्रोशित कर्मचारियों ने कॉलेज के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों ने बताया कि हिदायतुल्लाह विधि विश्वविद्यालय का निर्माण वर्ष 2006 में हुआ था और तत्कालीन शिक्षा मंत्री ने कहा था कि आस-पास के गांव वालों को विश्वविद्यालय में ठेकेदार के अधीन नौकरी पर रखा जाएगा। 2006 से लेकर 2019 तक कर्मचारियों को नौकरी में रखकर उन्हें ठेकेदार कलेक्टर दर पर वेतन दे रहा था।
विश्वविद्यालय में हर साल कर्मचारियों का ठेका बदलता है, लेकिन इन 45 कर्मचारियों को कभी नौकरी से नहीं हटाया गया। जैसे ही कांग्रेस की सरकार बनी और ठेका खत्म हुआ। इसके बाद से यहां काम करने वाले कर्मचारियों को हटाया जा रहा है। जबकि यहां काम करने वाले कर्मचारियों की किसी प्रकार से कोई शिकायत भी नहीं है। नए ठेकेदार की ओर से 45 कर्मचारियों को हटाने की बाद से कर्मचारियों में आक्रोश हैं और वे विश्वविद्यालय के बाहर नारेबाजी शुरू कर दी है। गांव वालों ने कहा कि कर्मचारियों के समर्थन में पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू भी आने वाले हैं। कर्मचारियों को ठेकेदार ने क्यों निकाला हैं, इसे लेकर पूर्व मंत्री विश्वविद्यालय प्रबंधन से चर्चा करेंगे।