नमक बंद किए जाने के फैसले से यू टर्न ले लिया गया है। लोकसभा चुनाव के दौरान उचित मूल्य की दुकानों में नमक आवंटन बंद किए जाने को लेकर सरकार की काफी किरकिरी हुई थी। सरगुजा ही नहीं, यह पूरे प्रदेश में मुद्दा बनने लगा था। इसे भांपते हुए प्रदेश सरकार ने नमक वितरण से रोक हटा ली, लेकिन आचार संहिता लागू होने के कारण नमक की खरीदी नागरिक आपूर्ति निगम नहीं कर पाया है। नियमों के मुताबिक खाद्य विभाग ने जून और जुलाई दो माह का राशन तो आवंटित कर दिया, लेकिन नमक का नहीं किया। अब अगस्त से नमक की खेप कोटे की दुकानों में पहुंचेगी। इसके अलावा सरकार सभी 58 लाख 68 हजार 868 कार्डधारियों को पतला चावल देने की कार्य योजना बना रही है। बता दें कि पिछले चार साल से एपीएल कार्डधारियों को पतला चावल नहीं मिल रहा था। अब इन्हें भी बीपीएल कार्डधारियों के साथ लाभ के दायरे में लाया जाएगा।
नमक के आवंटन से रोक हटा ली गई है, लेकिन चुनाव आचार संहिता के कारण नागरिक आपूर्ति निगम खरीदी नहीं कर पाया है। आचार संहिता खत्म होने के बाद कोटे की दुकानों में पतले चावल की व्यवस्था होगी। इसका लाभ एपीएल और बीपीएल सभी कार्डधारियों को मिलेगा। इसे लागू करने के लिए रणनीति बनाई जाएगी। -कमलप्रीत सिंह, प्रमुख सचिव, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम