दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बड़ा बयान देते हुए दावा किया कि दिल्ली में चुनाव से कुछ वक्त पहले ही माहौल बदला और मुस्लिम वोटर कांग्रेस की ओर रुख कर गए. केजरीवाल के इस बयान से कांग्रेस भड़क गई है. कांग्रेस नेता मीम अफ़ज़ल ने केजरीवाल से पूछा है कि केजरीवाल कब से हिन्दू- मुस्लिम राजनीति करने लगे है.
साम्प्रदायिक राजनीतिक को बढ़ावा देता है केजरीवाल का बयान
मीम अफ़ज़ल ने कहा कि कल आखिरी दौर की वोटिंग है, और उससे पहले केजरीवाल का ये बयान साम्प्रदायिक राजनीति को बढ़ावा देता है. इसलिए चुनाव आयोग को केजरीवाल के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. मीम अफ़ज़ल ने कहा कि मुल्क में सब आज़ाद है कोई किसी को वोट करें, इसमें किसी का मज़हब ढूंढने की जरूरत नहीं.
इससे पहले केजरीवाल राजधानी की सभी 7 सीटों पर जीत का दावा करते रहे है, लेकिन उनका हालिया बयान कई सवालों को जन्म दे रहा हैं. दिल्ली में करीब 14 प्रतिशत मुस्लिम है, और मुस्लिम वोटरों को लुभाने के लिए अरविंद केजरीवाल की सरकार ने मस्जिद के इमामों और मुअज़्ज़िनो की तनख्वाह भी बढ़ाई थी. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दोनों ही मुस्लिम वोटरों को अपनी तरफ खींचने में लगे थे. चुनाव प्रचार के दौरान भी दोनों ही तरफ से ये कोशिश होती रही, लेकिन चुनाव के बाद आए केजरीवाल के इस बयान से कई सवाल पैदा हुए है जिसका जवाब 23 मई को ही मिल सकेगा.
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पंजाब में रविवार को होंगे मतदान
गौरतलब है कि दिल्ली में सातों सीटों पर चुनाव हो चुका है, जबकि पंजाब में कल चुनाव होना है, और पंजाब में ही केजरीवाल ने ये बयान दिया है, जिसके बाद कांग्रेस ने केजरीवाल को जमकर घेर लिया है.