छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के 10वीं-12वीं के नतीजे आने के बाद छात्र मेरिट सूची में स्थान न मिलने पर पुनर्मूल्यांकन कराने का तरीका पूछ रहे हैं। शनिवार को माध्यमिक शिक्षा मंडल के हेल्पलाइन नंबर पर बच्चों के साथ-साथ पालकों ने भी फोन कर पुनर्मूल्यांक की प्रक्रिया पूछी।
एक-दो नंबर से मेरिट सूची में आने से चूके छात्रों ने फोन पर विशेषज्ञों को समस्या बताई। विशेषज्ञ माध्यमिक शिक्षा मंडल की सहायक प्राध्यापक प्रीति शुक्ला, सहायक प्राध्यापक सीमा वर्मा और सहायक प्राध्यापक अलका दानी, काउंसलर वर्षा वरवंडकर ने छात्रों को पुनर्मूल्यांकन की प्रक्रिया समझाई।
नंबर की रेस से दूर रहने की सलाह
विशेषज्ञों ने फोन करने वाले पालकों और बच्चों को नंबर की रेस से दूर रहने की सलाह दी। साथ ही आगे के लिए बेहतर प्लेटफार्म चुनने का तरीका समझाया। कुछ छात्रों ने कम नंबर आने से दुखी होकर फोन किया था। इनकी काउंसिलिंग कर उन्हें आगे की तैयारी करने को कहा गया।
ये हैं पुनर्मूल्यांक-पुनर्गणना के नियम
1- परिणाम घोषित होने के 15 दिन के भीतर पुनर्मूल्यांकन, पुनर्गणना और कॉपियों की छायाप्रति के लिए आवेदन कर सकते हैं।
2- आवेदन माध्यमिक शिक्षा मंडल की वेबसाइट में ऑनलाइन और समन्वय केंद्रों में भी किया जा सकता है।
3- पुनर्गणना अथवा उत्तरपुस्तिका की छायाप्रति के लिए एक साथ आवेदन किया जा सकता है।
4- पुनर्गणना और उत्तर-पुस्तिका की छायाप्रति दिखाने के लिए लिया गया शुल्क किसी भी दशा में वापस नहीं किया जाएगा।
इतनी लगेगी फीस
पुनर्गणना के लिए 100 रुपये, उत्तरपुस्तिका की छायाप्रति के लिए 500 रुपये प्रति कॉपी, पुनर्मूल्यांकन के लिए 500 रुपये शुल्क निर्धारित है।
इन्हें शुल्क में छूट
राज्य के बीजापुर, जगदलपुर, दंतेवाड़ा, कांकेर, कोंडागांव, नारायणपुर, सुकमा, बलरामपुर तथा राजनांदगांव के विकासखंड मानपुर और मोहला निवासी आदिवासी छात्र-छात्राओं को पुनर्मूल्यांकन में निर्धारित शुल्क में 50 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। यह छूट पुनर्गणना और उत्तरपुस्तिका की छायाप्रति के लिए नहीं है।
10 फीसद अंक बढ़ने पर ही मिलेगी अंकसूची
पुनर्मूल्यांकन के बाद जिन परीक्षार्थियों का संबंधित विषय में 10 फीसद या इससे अधिक अंक बढ़ेगा तभी उसे पुनः बढ़े हुए अंक के आधार पर रिजल्ट और अंकसूची दी जाएगी।