छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (bhupesh baghel) ने बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ‘छद्म राष्ट्रवाद’ (pseudo-nationalism) की राजनीति का आरोप लगाया है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर झूठ बोलने का भी आरोप मढ़ा है और कहा है कि जनता ही उन्हें सच से सामना कराएगी। उन्होंने ये भी का कि ये लोग चुनावी फायदे के लिए सेना का इस्तेमाल कर रहे हैं।
‘बीजेपी नेताओं के नक्सलियों से संबंध’
यूनिवार्ता के मुताबिक भूपेश बघेल (bhupesh baghel) ने ये भी आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के नक्सलियों से ताल्लुकात हैं। उन्होंने यहां तक कह दिया है कि बीजेपी के नेता नक्सलियों को आर्थिक मदद भी पहुंचाते हैं। हालांकि, ये भी तथ्य है कि पिछले महीने ही पहले चरण के चुनाव से ठीक पहले छत्तीसगढ़ में ही बीजेपी के विधायक भीमा मंडावी की नक्सलियों ने बेरहमी से हत्या कर दी थी और भाजपा ने इसके पीछे गंभीर साजिश का भी आरोप लगाया था।
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के मुख्यमंत्री बघेल ने मीडिया के लोगों से साध्वी प्रज्ञा ठाकुर (sadhvi pragya thakur) की उम्मीदवारी पर भी बात की है। उन्होंने दावा किया है कि साध्वी (sadhvi pragya thakur)ने छत्तीसगढ़ में किस व्यक्ति पर और कैसे हमला किया था, ये वहां के लोग जानते हैं। इस दौरान साध्वी पर तंज कसते हुए वे ये तक बोल गए कि भगवा पहन लेने भर से आपराधिक प्रवृत्ति का कोई व्यक्ति साधु-संत नहीं बन सकता। गौरतलब है कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर (sadhvi pragya thakur) भोपाल से भाजपा उम्मीदवार हैं और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह को टक्कर दे रही हैं।
‘बीजेपी का छद्म-राष्ट्रवाद’
इस दौरान भूपेश बघेल (bhupesh baghel)ने सेना के अफसरों और चुनाव आयोग के मना करने के बावजूद भाजपा पर वोट के लिए सुरक्षा बलों के नाम का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा है कि, “डिफेंस ऑफिसर्स कहते हैं कि उनके नाम पर वोट न मांगें। चुनाव आयोग भी कहता है कि इस काम के लिए सुरक्षा बलों का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। लेकिन, वे लोग ‘मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट’ (Model Code of Conduct)का लगातार उल्लंघन कर रहे हैं। इससे पता चलता है कि बीजेपी के पास कहने के लिए कुछ नहीं है और वह ये चुनाव ‘छद्म-राष्ट्रवाद’ (pseudo-nationalism) के नाम पर लड़ रही है। ”