रायपुर। राजधानी के शहीद स्मारक के उद्घाटन पर सियासत गरम हो गई है। भाजपा ने उद्घाटन समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को नहीं बुलाने पर भूपेश सरकार पर निशाना साधा है। पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने एक वीडियो जारी करके कहा कि शहीदों के सम्मान की परिकल्पना भाजपा सरकार ने की थी, लेकिन सरकार इस पर राजनीति कर रही है। इस मुद्दे पर राजनीति से उपर उठकर सोचने की जरूरत है।
भाजपा प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने कहा कि पूर्व मंत्री राजेश मूणत के कार्यकाल में निर्मित 3डी पिक्चर के माध्यम से क्रांतिकारियों की जीवन के नित्य प्रदर्शन के लिए भव्य डोम से युक्त शहीद स्मारक का लोकार्पण 10 अक्टूबर को होना था,लेकिन चुनाव आचार संहिता के चलते यह कार्यक्रम टल गया।
शहीद स्मारक भवन के नवस्वरूप का बुधवार को प्रदेश सरकार उदघाटन करने जा रही है, इस पर खुशी जाहिर करते हुए प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने कहा कि प्रदेश की जनता को मिलने वाली इस सौगात के पीछे शहर को सुन्दर स्वरूप देने की भाजपा सरकार की सोच थी।
साथ ही देश भर के क्रांतिकारियों जिसमें छत्तीसगढ़ के वीर सपूत शहीद वीर नारायण सिंह भी शामिल है, के जीवनी से आम जनता को परिचित कराने का उद्देश्य साकार होने जा रहा है।
भवन की भव्यता एवं उद्देश्य पर उन्होंने कहा कि हर कहीं संकीर्ण मानसिकता का परिचय देने वाली कांग्रेस सरकार आज जिस स्काई वाक पर हल्ला मचा रही है, उसी पर चलते हुए शहर एवं राज्य की जनता शहीद स्मारक के समीप क्रांतिकारी वीर शहीदों के शौर्य से परिचित हो सकती थी। यह विडंबना ही है, कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को सरकार ने आमंत्रित करना भी उचित नहीं समझा। यह कांग्रेस पार्टी एवं उनके मुख्यमंत्री की संकीर्णता का परिचायक है।