इजरायल ने ईरान के साउथ पार्स गैस फील्ड को उड़ा दिया है. यह दुनिया का सबसे बड़ा गैस फील्ड है, जहां से कई देशों को गैस की सप्लाई होती है. इजरायली हमले के बाद ईरान ने यहां से गैस की सप्लाई रोक दी है. कतर पर भी इसका असर पड़ना तय है. सवाल ये है कि क्या इसका भारत पर असर पड़ेगा? क्या भारत आने वाली गैस की सप्लाई प्रभावित होगी? क्या आपके घर का चूल्हा बुझने वाला है?

भारत का इस गैस फील्ड से कनेक्शन
2000 के दशक में भारत की सरकारी कंपनी ओएनजीसी विदेश ने ईरान के Farsi Block में निवेश करने की कोशिश की थी, इसे साउथ फार्स का हिस्सा माना जाता है. हालंकि, अमेरिका के प्रतिबंधों और अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते ये परियोजनाएं आगे नहीं बढ़ सकीं. एक और बड़ा प्लान था IPI गैस पाइपलाइन, जिसके जरिए ईरान से गैस पाकिस्तान होते हुए भारत आनी थी. लेकिन भारत ने इसे सुरक्षा और जियोपोलिटिकल सिचुएशन की वजह से छोड़ दिया.
2000 के दशक में भारत की सरकारी कंपनी ओएनजीसी विदेश ने ईरान के Farsi Block में निवेश करने की कोशिश की थी, इसे साउथ फार्स का हिस्सा माना जाता है. हालंकि, अमेरिका के प्रतिबंधों और अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते ये परियोजनाएं आगे नहीं बढ़ सकीं. एक और बड़ा प्लान था IPI गैस पाइपलाइन, जिसके जरिए ईरान से गैस पाकिस्तान होते हुए भारत आनी थी. लेकिन भारत ने इसे सुरक्षा और जियोपोलिटिकल सिचुएशन की वजह से छोड़ दिया.
दूसरी तरह से इम्पैक्ट
ईरान पर हमले के बाद शुक्रवार को तेल की कीमतों में 14 प्रतिशत की वृद्धि हो चुकी थी. तेल की कीमत सात प्रतिशत बढ़कर 73 डॉलर पर पहुंच गईं. लगातार अटैक के बाद तेल की कीमतों में और उछाल आना तय है. विशेषज्ञों को यह भी डर है कि साउथ एशिया समेत पूरी दुनिया में तेल-गैस की सप्लाई पर असर पड़ सकता है.
ईरान पर हमले के बाद शुक्रवार को तेल की कीमतों में 14 प्रतिशत की वृद्धि हो चुकी थी. तेल की कीमत सात प्रतिशत बढ़कर 73 डॉलर पर पहुंच गईं. लगातार अटैक के बाद तेल की कीमतों में और उछाल आना तय है. विशेषज्ञों को यह भी डर है कि साउथ एशिया समेत पूरी दुनिया में तेल-गैस की सप्लाई पर असर पड़ सकता है.