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‘हैदराबाद में बैठे माओवादियों के इशारे पर नहीं होगी बातचीत’: सीएम साय बोले-बेहतर है हमारी नक्सल पुनर्वास नीति

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हैदराबाद में बैठे माओवादियों के आकाओं के इशारे पर बातचीत नहीं हो सकती। उनके निर्देश पर केंद्र और राज्य सरकार शांतिवार्ता नहीं कर सकती है। 

रायपुर – छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय व गृहमंत्री विजय शर्मा ने गुरुवार को न्यू सर्किट हाउस सिविल लाइन में प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन, सुरक्षाबलों की सफलता व अन्य मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान सीएम साय ने कहा कि नक्सलियों को लेकर देश में सबसे बेहतर छत्तीसगढ़ की नक्सल पुनर्वास नीति है। नक्सली शांतिवार्ता चाहते हैं लेकिन हैदराबाद में बैठे उनके आकाओं के इशारों पर केन्द्र या राज्य सरकार उनसे कोई बात नहीं करेगी। शांतिवार्ता के लिए नक्सलियों को बिना किसी शर्त के आगे आना होगा।

सीएम साय ने कहा कि बुधवार को हुए एनकाउंटर में हमारे जवानों ने 27 नक्सलियों को ढेर कर दिया। माओवादियों का महासचिव बसव राजू इस मुठभेड़ में मारा गया है। बसव राजू पर छत्तीसगढ़ सरकार ने एक करोड़, गृह मंत्रालय भारत सरकार ने एक करोड़, एनआईए ने 50 लाख, आंध्र प्रदेश सरकार ने 25 लाख और ओडिशा सरकार ने 25 लाख रुपये के इनाम घोषित कर रखा था। कुल मिलाकर 3 करोड़ 50 लाख रुपए का इनाम इस पर था। सीएम साय ने कहा कि तीन दशकों में पहली बार जनरल सेक्रेटरी रैंक का कोई माओवादी मारा गया है। सीएम साय ने कहा कि हमें अपने जवानों पर गर्व है।

सीएम साय ने यह भी कहा कि कई महीने से जवानों को इनपुट मिल रहे थे कि कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों में नक्सली एकत्र हैं। वहां पर जवानों ने 21 दिनों तक ऑपरेशन चलाकर 31 नक्सलियों को मार गिराया। मैं खुद ही नक्सल कैंप दलगम में जाकर जवानों से मुलाकात की थी।  उन्होंने कहा कि नक्सलियों के पुनर्वास के लिए सरकार बेहतर काम कर रही है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को रोजगार के लिये प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उनके बच्चों को एजुकेशन दिया जा रहा है। नौकरी देने का भी काम किया जा रहा है। कोई इनामी नक्सली अगर सरेंडर करता है तो उसे शहरी क्षेत्र में 4 डिसमिल और ग्रामीण क्षेत्र में एक हेक्टर डिसमिल जमीन देने का प्रावधान है।

अब तक 424 नक्सली ढेर, 1430 गिरफ्तार
गृहमंत्री विजय शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि अब तक 424 नक्सली मारे गये हैं। 1430 नक्सली गिरफ्तार और 1355  नक्सलियों ने सरेंडर किया है। गिरफ्तार होने वाले नक्सलियों की अपेक्षा समर्पण की संख्या ज्यादा है। बीजेपी सरकार आने के बाद डेढ़ साल से प्रदेश में नक्सली ऑपरेशन चल रहा है। गृहमंत्री ने कहा कि नक्सली बस्तर में आम लोगों की जान से खेल रहे हैं। वे गाड़ियों में, बसों में आग लगा रहे हैं। स्कूल, कॉलेजों के भवनों को विस्फोट कर उड़ाने वाले बस्तर में विकास को नहीं पहुंचने दे रहे हैं। गृहमंत्री ने कहा कि नक्सली राष्ट्रीय सुरक्षा के लिये खतरा हैं हैं।

गृहमंत्री विजय शर्मा ने स्पष्ट किया कि वे लोग जो हैदराबाद में व्यक्तिगत या ग्रुप में बैठकर सरकारों को निर्देशित करते हैं कि केंद्र और राज्य की सरकारों को यह करना चाहिए। ऐसे लोगों से कोई बातचीत नहीं हो सकती। वे बस्तर के विकास के लिए कभी नहीं खड़े हो सकते। मुख्यमंत्री साय के निर्देशानुसार सरकार काम करेगी। हम एक भी गोली नहीं चलाना चाहते। खुद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी नक्सलियों से आग्रह किया था कि वो मुख्यधारा में शामिल हो जाएं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम विष्णुदेव साय, डिप्टी सीएम विजय शर्मा, डीजीपी अरुणदेव गौतम, बस्तर आईजी सुंदरराज पी समेत कई अधिकारी रहे मौजूद रहे।